रांचीः झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की मनी लांड्रिंग मामले में चल रही कार्रवाई के तौर तरीके पर सवाल उठने लगे हैं. इसकी वजह यह है कि 6 मई से कार्रवाई चल रही है लेकिन अब तक एजेंसी की ओर से ऑफिशियल ब्रीफिंग नहीं की गई है. खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अब इसपर गंभीर सवाल (CM Hemant Soren questioned action of ED) खड़े किए हैं.
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ईडी की कार्रवाई के तरीके पर क्या बोले सीएम हेमंतः सीएम हेमंत सोरेन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देखिए, यहां जो हमारे राज्य के अंदर ईडी की कार्रवाई चल रही है. मैं इस संदर्भ में यही कहना चाहूंगा कि कार्रवाई कम और अखबारबाजी, मीडियाबाजी ज्यादा चल रही है. मुझे लगता है कि ईडी के लोग यहां कार्रवाई करने के लिए नहीं बल्कि एक पत्रकार और न्यूज चैनल की भूमिका निभा रहे हैं. हमारी, उनकी हर गतिविधियों पर नजर है कि उनको किस काम के लिए अधिकृत किया गया है और वे क्या कर रहे हैं.
जरा उनसे पूछिए कि इतने दिनों तक जो उन्होंने काम किया है उसका क्या फलाफल निकला. उन्होंने कितनी प्रेस ब्रीफिंग की है. ईडी ने कार्रवाई के बारे में स्पष्ट रूप से क्या-क्या लोगों को बताया, पाया और लोगों ने समझा. मुझे लगता है कि आज तक ईडी की ओर से एक प्रेस ब्रीफिंग हुई हो, ऐसा मुझे सुनने को नहीं मिला. हो सकता है कि मैं गलत हूं. सभी चीजें आप लोगों ने ही बताई है. आप लोगों ने ही ईडी की भूमिका निभा रखी है. ऐसा लगता है कि आप लोगों ने ही कोर्ट की भूमिका भी निभा रखी है. राज्य में कार्य करने की सरकार गति पकड़ रही थी, उसे रोकने का प्रयास है. लेकिन आप चिंता न करें. यह सरकार और न हम कभी इनसे विचलित हुए हैं.
भाजपा का सीएम को जवाबः भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल नाथ शाहदेव ने ईडी के खिलाफ सीएम की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. ईटीवी भारत से फोन पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि ईडी की कार्रवाई भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ हो रही है. रेड के दौरान करोड़ों रुपये जब्त हुए हैं और राज परत दर परत खुल रहे हैं. अब इस मामले पर सीएम क्यों सवाल उठा रहे हैं. जहां तक ब्रीफिंग की बात है तो सामान्य तौर पर एजेंसियां जांच के दौरान ब्रीफिंग नहीं करती हैं. प्रतुल शाहदेव ने कहा कि सीएम क्यों बेचैन हैं.
आपको बता दें कि खूंटी में हुए मनरेगा में वित्तीय गड़बड़ी और मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी की जांच चल रही है. इसी मामले में ईडी ने सीनियर आईएएस पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) के ठिकानों पर 6 मई को छापेमारी की थी. इस दौरान उनके सीए के घर से करोड़ों रुपये बरामद हुए थे. तब से लेकर अबतक ईडी पांच बार अलग-अलग जगहों पर रेड कर चुकी है. अभी तक कई जिलों से खनन पदाधिकारियों के अलावा पल्स हॉस्पिटल की जमीन की खरीद-बिक्री में शामिल सरावगी ब्रदर्स से पूछताछ कर चुकी है. पिछले दिनों विशाल चौधरी और निशित केसरी और प्रेम प्रकाश के घर भी एजेंसी ने दबिश दी थी.
हालांकि, यह सही है कि इतने दिनों से चल रही कार्रवाई के बावजूद ईडी की ओर से अबतक एक भी ऑफिशियल रिलीज जारी नहीं की गई है. दूसरी तरफ ईडी की कार्रवाई पर गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दूबे के एक के बाद एक ट्वीट को लेकर सत्ताधारी दल सवाल खड़े कर चुके हैं. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री कल घाटशिला के एक निजी अस्पताल में भर्ती पूर्व मंत्री यदुनाथ बास्के के स्वास्थ्य की जानकारी लेने गये थे. इसी दौरान उन्होंने गेस्ट हाउस में ईडी की कार्रवाई के बाबत पत्रकारों के सवाल पर ये बातें कही थी.