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रिसालदार बाबा मजार पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की चादरपोशी, राज्य की खुशहाली के लिए की कामना - etv news

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 216वें उर्स के मौके पर रिसालदार बाबा की दरगाह पर चादरपोशी की. इस दौरान उन्होंने राज्य की खुशहाली की कामना की. 216वें उर्स के आखिरी दिन आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने भी मजार पर चादरपोशी की. Chadarposhi at Risaldar Baba Dargah

Chadarposhi at Risaldar Baba Dargah
रिसालदार बाबा मजार पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की चादरपोशी

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 9, 2023, 10:07 PM IST

रिसालदार बाबा मजार पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की चादरपोशी

रांची:मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के डोरंडा स्थित हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा की दरगाह पर चादरपोशी कर राज्य के सर्वांगीण विकास की कामना की है. सारठ से लौटने के बाद मुख्यमंत्री सोमवार की शाम रिसालदार बाबा दरगाह पहुंचे और पारंपरिक रूप से राज्य की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की.

यह भी पढ़ें:Video: रिसालदार बाबा का 216वां उर्स, बीएमपी और जैप जवानों ने की चादरपोशी

इस मौके पर सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि रिसालदार बाबा की यह दरगाह सामाजिक समरसता और सौहार्द का प्रतीक है. इस दरगाह पर सालों से सभी धर्म और समुदाय के लोग आते रहे हैं. यही कारण है कि इस स्थान के प्रति लोगों में सदैव आस्था और श्रद्धा रही है.

216वें उर्स का आज है आखिरी दिन:हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा के सालाना उर्स मेले का आज आखिरी दिन है. 216वें उर्स मेले के मौके पर यहां आस्था रखने वाले लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है. यह वह स्थान है जहां सभी जाति और समुदाय के लोग दरगाह पर आते हैं और चादरपोशी कर मन्नत मांगते हैं. आखिरी दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने भी चादरपोशी की.

कई लोगों ने की चादरपोशी:रविवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर समेत कई नेताओं ने रिसालदार बाबा की मजार पर चादरपोशी की थी. उर्स मेला के दौरान झारखंड के अलावा देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु यहां पहुंचते रहे हैं. कहा जाता है कि यहां जो भी सच्चे मन से मांगता है, वह मुराद पूरी होती है. पांच दिवसीय 216वें वार्षिक उर्स मेले के दौरान रिसालदार बाबा के सम्मान में सौ से अधिक जैप और बिहार पुलिस के जवानों ने परंपरागत रूप से बैंड बाजा के साथ मजार पर चादरपोशी की और एक प्लाटून ने उनके सम्मान में राइफल से सलामी दी.

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