रांची: बीआईटी मेसरा के 69वें स्थापना दिवस के अवसर पर बिरला सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस तरीके से नीति आयोग काम कर रहा है और जिन नीतियों के तहत काम कर रहा है, वह राज्य में डिजास्टर लाएंगे और हम बचने की स्थिति में नहीं होंगे. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि नीति आयोग की टीम झारखंड का दौरा करके गई है और इस बात से टीम को अवगत करवाया गया है.
बीआईटी मेसरा के 69वें स्थापना दिवस पर संस्थान को लेकर सीएम हेमंत ने कहा कि हम इस परिसर के लिए भी कार्य कर रहे हैं. बीआईटी मेसरा की समस्या के समाधान के लिए सिंगल विंडो सिस्टम का इंतजाम किया जाएगा. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि झारखंड को प्रकृति ने बहुत सलीके से सजाया है. जमीन के अंदर खनिज संपदा है जमीन के बाहर खूबसूरत वादियां हैं. इसे और बेहतरीन तरीके से सजाना है. सीएम ने कहा कि बूढ़ा पहाड़ जहां 30 से 35 साल तक नक्सलियों का दबदबा रहा अब वहां पर स्थिति सुधरी है. हमारी सरकार उसे संवारने का संकल्प लिया है.
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सीएम ने याद किए पुराने दिन: सीएम ने अपने बीआईटी के छात्र जीवन को याद करते हुए कहा कि एक ऐसा वक्त था जब यहां आसपास जंगल हुआ करता था. बीआईटी मेसरा अपने आप में एक शहर था. उन्होंने कहा अब हालात बदल गए हैं, अब तो यहां रेलवे स्टेशन भी बन गया है. उन्होंने कहा कि जब वे पढ़ते थे तो इंफ्रास्ट्रक्चर ऐसा नहीं था, अब काफी बदलाव आ गया है, जिसे देखकर खुशी होती है. सीएम ने कहा कि लगातार हालात बदल रहे हैं और प्रकृति उस बदलाव के तहत काम भी कर रही है. रांची में बड़े-बड़े तालाब हैं लेकिन उनके हालात दिन ब दिन बदलते जा रहे हैं. अगर इसे नहीं सुधारा गया तो आने वाले दिनों में स्थिति काफी खराब होगी.
हेमंत सोरेन ने कहा कि जिस तरीके से पहाड़ों की स्थिति में हर दिन बदलाव हो रहा है और लोगों की जान जा रही है. हम लोग सुखाड़ की स्थिति को झेल रहे हैं और पहाड़ों पर बारिश आ रही है. जिस तरीके से समस्याएं खड़ी हो रही हैं यह मानव जीवन के लिए ठीक नहीं है.
घट रहे पेड़ों पर जताई चिंता: हेमंत सोरेन ने कहा कि अब शहरीकरण बढ़ रहा है लोग पेड़ों को काट रहे हैं और हालात बदलते जा रहे हैं. जब हम लोग पढ़ते थे तो एयर कंडीशन कमरे नहीं हुआ करते थे, लेकिन अब मुझे लग रहा है कि यहां हर कमरे में एसी लग गया है. हमने शहर के लोगों को ऑफर दिया है कि एक पेड़ लगाओगे तो 5 यूनिट बिजली फ्री देंगे. फ्री देना हमारी आदत नहीं है और ना हमारी चाहत है. मुफ्त में चीजें लेना सबकी आदत है, तो हमने सोचा कि इस लालच में ही लोग एक पेड़ लगा लेंगे. आज नहीं तो कल सभी लोगों को इस विषय पर विचार करना पड़ेगा ताकि प्रकृति की हरियाली बची रहे.
प्रकृति के दोहन पर जताई चिंता: हेमंत सोरेन बीआईटी मेसरा के कार्यक्रम में कहा कि राज्य में नीति आयोग की टीम आई थी, जिनसे उन्होंने सवाल किया कि जिस तरीके से प्राकृतिक संसाधन का दोहन किया जा रहा है वह किस लेवल पर जाकर रुकेगा. आप पहाड़ को तोड़ कर कोयला निकाल रहे हैं यह बात समझ आ रही है, लेकिन धान पैदा करने वाले खेत से जिस तरीके से आप कोयला निकाल रहे हैं, क्या वहां धान फिर से पैदा होगा? जिस तरीके से नीति आयोग काम कर रही है और जिस नीतियों के तहत काम कर रही हैं, वह राज्य में डिजास्टर लाएंगे और हम बचने की स्थिति में नहीं होगे.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि नीति आयोग की बैठक में अधिकारियों ने इस बात को माना कि झारखंड का शिक्षा विभाग तकनीकी शिक्षा और दूसरी शिक्षा में काफी आगे बढ़ रहा है, जो काफी सराहनीय है. मुख्यमंत्री द्वारा चलाई जा रही योजनाएं और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के लिए उन्होंने पूरे राज्य की सराहना की.
बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा का 69वां स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया जा रहा है. 69 में स्थापना दिवस कार्यक्रम की शुरुआत होने के बाद शनिवार को राज्य के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन कार्यक्रम में पहुंचे. जहां उन्होंने आईआईटी के छात्रों का उत्साहवर्धन किया. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि बीआईटी मेसरा का नाम शिक्षा के क्षेत्र में देश में है साथ ही यहां के छात्र पूरी दुनिया में बीआईटी मेसरा का नाम रोशन कर रहे हैं. स्थापना दिवस के मौके पर राज्यपाल करीब 2 घंटे तक छात्रों के साथ मौजूद रहे और छात्रों से रूबरू होकर उनके बेहतर भविष्य की कामना की.