रांची:अवैध खनन और गलत तरीके से लीज पट्टा आवंटन मामले में गिरफ्तार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी और बरहेट विधायक के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का अब पेइंग वार्ड में इलाज होगा. इससे पहले 29 जुलाई को उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया था. यहां एम्स के ट्रॉमा सेंटर में पैन्क्रिएटिक इन्फेक्शन का इलाज चल रहा था. यहां इलाज के दौरान पंकज मिश्रा असहज महसूस कर रहे थे. इसलिए उनके पेइंग वार्ड में शिफ्ट कराने की गुहार को रिम्स प्रबंधन ने मंजूरी दे दी है.
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29 जुलाई के बाद से पंकज मिश्रा रिम्स में अपने पेट और अन्य बीमारी का इलाज करा रहे हैं, जिसको लेकर रिम्स प्रबंधन की तरफ से मेडिकल बोर्ड का भी गठन किया गया था, जिसमें कई वरिष्ठ चिकित्सक शामिल हैं.
बताया जा रहा है कि पंकज मिश्रा ट्रॉमा सेंटर में भर्ती थे. लेकिन वहां पर अटैच बाथरूम नहीं होने से उन्हें समस्या आ रही थी. इसीलिए उन्होंने रिम्स निदेशक को आवेदन दिया कि उन्हें पेइंग वार्ड में शिफ्ट करा दिया जाए, जहां पर वह खुद को और भी बेहतर महसूस कर पाएंगे. डॉ कामेश्वर प्रसाद ने उनके आवेदन को मेडिकल बोर्ड के चेयरमैन और इलाज कर रहे डॉक्टरों को भेजा, जिसके बाद उन्हें पेइंग वार्ड में जाने की अनुमति मिल गई. अनुमति मिलने के बाद पंकज मिश्रा को पेइंग वार्ड के पहले तल के कमरा A-18 में शिफ्ट किया गया.
यह भी सुविधाएं मिलेंगीः पेइंग वार्ड के कमरा नंबर A-18 में पंकज मिश्रा को रहने के लिए प्रतिदिन एक हजार रुपये भुगतान करना होगा, जिसके बदले में उन्हें एसी, फ्रिज, गीजर, टीवी की सुविधा मिलेगी.
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यह था मामलाःबता दें कि पंकज मिश्रा की सीटी स्कैन रिपोर्ट में क्रॉनिक पैन्क्रिएटिक इंफेक्शन की स्थिति पहले की तरह ही पाई गई है. ऐसे में चिकित्सकों ने दवा को जारी रखने की सलाह दी है. कई ब्लड जांच रिपोर्ट डॉक्टर को अभी प्राप्त नहीं हुआ है. सभी रिपोर्ट आने के बाद सोमवार को मेडिकल बोर्ड एक बार फिर से सारे रिपोर्ट काे रिव्यू करेगी और फिर यह निर्णय लिया जाएगा कि पंकज मिश्रा किस तरह की बीमारी से परेशान है और इलाज की पद्धति क्या हो.