रांचीः कोरोना संक्रमण के समय अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता बनाए रखने को लेकर मंगलवार को राज्य सरकार ने एक अनोखी पहल की है. अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए शासन ने संजीवनी वाहन के संचालन की शुरुआत की है. यह वाहन ऑक्सीजन की कमी से छटपटा रहे कोरोना संक्रमितों के लिए संजीवनी की तरह मदद पहुंचाएगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची से संजीवनी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
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जीपीएस सिस्टम से लैस यह संजीवनी वाहन अस्पतालों में ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करेगा. ऑक्सीजन से लैस यह संजीवनी वाहन डिमांड मिलते ही अस्पतालों को बिना देरी किए ऑक्सीजन उपलब्ध कराएगा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संजीवनी वाहन की शुरुआत करते हुए कहा कि यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी.
धनबाद और जमशेदपुर में भी शीघ्र शुरू होगी सेवा
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. इससे अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेडों की मांग भी बढ़ रही है. इस स्थिति में कोरोना संक्रमित मरीजों को ऑक्सीजन की कमी नहीं हो, इस दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले चरण में रांची जिले के अस्पतालों को ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए संजीवनी वाहन की शुरुआत की है. इसके बाद धनबाद और जमशेदपुर में इस सेवा की शुरुआत की जाएगी.
संजीवनी वाहन पर 24 घंटे ऑक्सीजन सिलिंडर रहेंगे उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि संजीवनी वाहन 24X7 ऑपरेशन मोड में रहेगा, जिसपर 24 घंटे ऑक्सीजन सिलिंडर उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने कहा कि रांची जिले के जिस अस्पताल को ऑक्सीजन की जरूरत होगी, उस अस्पताल को तत्काल ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाएगी. संजीवनी वाहन में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम भी होगा, ताकि बेहतर तरीके से मॉनिटरिंग की जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमित मरीजों के बेहतर इलाज को लेकर ऑक्सीजन व अन्य चिकित्सीय संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है. वर्तमान में ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ रही है. इसको ध्यान में रखकर कोविड सर्किट के माध्यम से रांची और जमशेदपुर के मरीजों को निकटवर्ती जिले के अस्पतालों में निःशुल्क ऑक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध कराई जा रही है.
निर्बाध आपूर्ति की कवायद
रांची जिला प्रशासन की ओर से जिले के अस्पतालों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति किया जाए, इसको लेकर संजीवनी वाहन का इस्तेमाल किया जाएगा. इस वाहन के माध्यम से अस्पतालों में आवश्यकतानुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी. इसके साथ ऑक्सीजन रीफिलिंग कोषांग दिन-रात कार्य कर रहा है. यह कोषांग मांग के अनुरूप ऑक्सीजन की आपूर्ति की निगरानी भी कर रही है.