रांचीः भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए 41 साल बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में जगह बनाई है. भारत ने क्वार्टरफाइनल मुकाबले में ब्रिटेन को 3-1 से हराकर अंतिम-4 में अपना स्थान पक्का किया है. इसको लेकर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूरी टीम को बधाई दी है. इसके साथ ही सीएम हेमंत सोरेन ने पीवी सिंधु को भी कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी है.
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरूष हॉकी टीम के सेमीफाइनल में प्रवेश करने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री ने लिखा कि टीम ने ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई. मुझे भारतीय टीम पर गर्व है.
भारतीय पुरूष हॉकी टीम को सीएम हेमंत सोरेन की बधाई इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बैडमिंटन मे कांस्य पदक जीतने वाली पीवी सिंधु को भी शुभकामनाएं दी हैं. सीएम हेमंत ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि पीवी सिंधु को ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के लिए हार्दिक बधाई, उनका शांत स्वभाव और प्रदर्शन आज उनके खेल को देखने वाले कई लोगों को प्रेरित करेगा.
पीवी सिंधु को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बधाई सिंधु ने इस मुकाबले में शुरुआत से ही दबदबा बनाए रखा और देश के लिए मेडल जीता. उनकी इस कामयाबी पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम हस्तियों ने बधाई देकर उनके खेल की सराहना की है.
पीवी सिंधु ने रविवार को चीनी खिलाड़ी ही बिंग जियाओ को सीधे गेम में हराकर टोक्यो ओलंपिक में महिला एकल स्पर्धा का ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. सिंधु ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं.
हॉकी में टीम इंडिया ने इतिहास रचा
हॉकी में टीम इंडिया ने इतिहास रचा दिया है. उसने क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हरा दिया है. इस जीत के साथ टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच गई है. वह 4 दशक बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है. इससे पहले भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने साल 1980 में स्वर्ण पदक जीता था.
आज के मुकाबले में भारत की तरफ से गुरजंत और दिलप्रीत सिंह ने एक-एक गोल करके हाफ टाइम तक भारत को 2-0 की बढ़त दिला थी. इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने तीसरे क्वार्टर में शानदार खेल दिखाया. इसके बाद आखिरी क्वार्टर में आखिरी क्षणों में हार्दिक सिंह ने गोल करके भारत को 3-1 की विजयी बढ़त दिला दी.
भारत की इस जीत के हीरो रहे गोलकीपर पी श्रीजेश जिन्होंने एक के बाद एक पेनल्टी कॉर्नर बचाकर ब्रिटेने को गोल करने से रोका. विश्व रैंकिंग में तीसरे नंबर पर चल रही भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल का प्रदर्शन किया है. पूल स्टेज में अगर ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए मुकाबले को हटा दिया जाए तो भारत ने बाकी सभी मुकाबले जीतकर ग्रुप में दूसरा पायदान सुनिश्चित किया था.
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साल 1980 में जीता था गोल्ड मेडल
भारतीय हॉकी टीम ने इससे पहले 1980 ओलंपिक में सेमीफाइनल खेला था और इस साल भारत ने स्वर्ण पदक भी जीता. ओलंपिक के इतिहास में भारतीय हॉकी टीम का नाम अभी भी सुनहरे अक्षरों में लिखा है. साल 1980 तक भारतीय हॉकी की दुनिया में तूती बोलती थी. लेकिन 1980 के बाद से भारतीय टीम कभी भी सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच पाई थी. ऐसे में अब 41 साल बाद भारतीय टीम ने अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को एक बार दोबारा वापस पाया है.