रांची: "हमारे कदम चलते रहेंगे जबतक सांस है, परिस्थिति से परे खुद पर हमें विश्वास है, हम वो मुसाफिर नहीं जो बाधा देखकर चलना छोड़ दें". इन पंक्तियों के जरिए सीएम हेमंत सोरेन ने शीतकालीन सत्र के समापन भाषण की शुरुआत की. यह कहकर उन्होंने बता दिया कि वो हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.
अपने 52 मिनट के संबोधन में सीएम ने ज्यादातर उन्हीं बातों को दोहराया, जो बातें आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान पिछले कुछ दिनों से कहते आ रहे हैं. उन्होंने फिर बताया कि किसान, नौजवान, महिला, बुजुर्ग, मजदूर, छात्र-छात्राओं के जीवन में खुशहाली और सपनों को उड़ान देना सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने सर्वजन पेंशन, रोजगार सृजन, सावित्रिबाई फुले योजना, अबुआ आवास योजना का जिक्र किया. कहा कि आज राज्य के सभी बुजुर्ग, दिव्यांग, विधवा को पेंशन मिल रहा है. युवाओं को पैरों पर खड़ा किया जा रहा है. 12,417 लोगों को रोजगार सृजन योजना से जोड़ा गया है.
सीएम ने विपक्ष पर जमकर साधा निशाना:सीएम ने विपक्ष पर एक के बाद एक कई हमले किए. केंद्र सरकार को भी निशाने पर लिया. पूर्व सेनाध्यक्ष की एक किताब का जिक्र करते हुए कहा कि अग्निवीरों की भयावह स्थिति है. उसमें जिक्र है कि कैसे अग्निवीर की योजना थोपी गई. यह सेना की योजना नहीं थी. चयनित नौजवानों को 20 हजार रुपए देने की तैयारी थी. सेना के अफसरों ने लड़ाई लड़ी. तब जाकर 30 हजार के करीब सैलरी की गई.
सीएम ने यहां तक कहा कि जब से सरकार बनी है, उसी दिन से गिराने की कोशिश चल रही है. महामहिम केंद्र से मनोनीत है. जरुर कोई प्रभाव पड़ता होगा. उनके माध्यम से भी सरकार को हिलाने डुलाने का काम हो. लेकिन उन्होंने भरोसे के साथ कहा कि उनकी सरकार ना सिर्फ पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी, बल्कि अगली बार भी सत्ता में आएगी.
सीएम ने कहा कि मैंने सुना है राजस्थान में चुनाव के दौरान जब 500 रुपए सिलेंडर देने की बात हुई तो इनलोगों ने कह दिया कि हम 450 रुपए में सिलेंडर देंगे. टीवी में चल रहा है पीएम मोदी की गारंटी. कहते हैं 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज मिल रहा है. सवा सौ करोड़ लोग हैं इस देश में. आज ये स्थिति है कि सरकार के भीख पर 80 करोड़ लोग जी रहे हैं. अजीब हालत है. महंगाई पर ये लोग कोई बात नहीं करते.