रांची: 10 जून को हुए मेन रोड में हुए हिंसा की जांच अब सीआईडी करेगी, डीजीपी नीरज सिन्हा के निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. आईजी मानवाधिकार अखिलेश झा ने इस संबंध में सीआईडी एडीजी को पत्र भी भेज दिया है. सीआईडी डेली मार्केट थाना में दर्ज केस 17/22 को टेकओवर करेगी. इस केस में सदर अंचल के सीओ अमित भगत शिकायतकर्ता हैं. सीआईडी के डीएसपी या इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में इस मामले की जांच की जाएगी. जिसके लिए एक टीम का गठन भी किया जाएगा.
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आसू गैस के पांच राउंड छोड़ने के बाद हवाई फायरिंग: 10 जून की हिंसा को लेकर दर्ज केस में बताया गया है कि नजायज मजमा लगाकर भीड़ ने पथराव किया, फायरिंग की. रोकने पर पुलिस बलों के हथियार लूटने की कोशिश की गई. मौके पर पुलिस ने भीड़ को समझाने का कोशिश की. इसके बाद ध्वनि बिस्तारक यंत्र से भीड़ को हटने को कहा गया, लेकिन भीड़ नहीं मानी, इसके बाद पांच राउंड आसू गैस छोड़ा गया. भीड़ के नहीं मानने पर हवाई फायरिंग का जिक्र प्रशासन के द्वारा दर्ज कराए गए एफआईआर में है. अब सीआईडी पूरे मामले की स्वतंत्र जांच करेगी.
नुपूर शर्मा के बयान के बाद भड़की हिंसा: अब तक की जांच में यह बात साबित हो चुकी है कि रांची के डोरंडा, हिंदपीढ़ी, डेली मार्केट,सुखदेवनगर ,कोतवाली और लोवर बाजार थाना क्षेत्रों में भाजपा नेत्री के बयान के बाद से ही रांची को हिंसा के आग में झोंकने की तैयारियां शुरू कर दी गई थी. रांची के बाहर से आकर लोगों ने भाजपा नेत्री के द्वारा दिए गए बयान को सुना सुना कर युवाओं को धर्म के नाम पर जमकर बरगलाया गया. उन्हें इस बात के लिए तैयार किया गया कि वह 10 जून को रांची में कुछ ऐसा करेंगे जिससे हर जगह दहशत फैल जाए. इसके लिए इंस्टाग्राम फेसबुक और व्हाट्सएप पर अलग-अलग ग्रुप बनाए गए जिसके माध्यम से रांची के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं को जोड़ा गया और उन्हें किसी बड़े धार्मिक स्थल पर हमला करने की साजिश का हिस्सा बनाया गया.
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22 नामजद समेत आठ से दस हजार अज्ञात हैं आरोपी: डेली मार्केट थाने में दर्ज केस में 22 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. वहीं आठ से दस हजार अज्ञात लोगों को भी दंगा, सरकारी कामकाज में बाधा, हिंसा करने के संगत धाराओं में आरोपी बनाया गया था. जिन लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है, उसमें मो सरफराज, कैफी, नदीम अंसारी, शहबाज, मो तबारक, मो साहिल, मो मोद्दसीर, मो सुफियान, शबीर अंसारी, मो उसमान, तबारक, मो अफसर, सद्दाम हुसैन, सदाब आलम, मो अजीम, मो सदाम, जमाल गद्दी, माजिद आलम, खालिद उमर, नकीब उर्फ मिंटू, मुन्ना गद्दी, सद्दाम गद्दी को नामजद आरोपी बनाया गया था.