रांचीः कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला समेत 12 लोगों के खिलाफ सीआईडी ने चार्जशीट दायर किया है. झारखंड के बरही से कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला समेत 12 के खिलाफ कोडरमा के चंदवारा में 12 सितंबर 2016 को एफआईआर दर्ज की गई थी. इस केस को बाद में सीआईडी ने टेकओवर कर लिया था. सीआईडी की जांच में उमाशंकर अकेला पर लगे आरोपों को सत्य पाया था.
कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला के खिलाफ चार्जशीट, सीआईडी ने की दाखिल
कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला के खिलाफ सीआईडी ने चार्जशीट दाखिल (CID files charge sheet) की है. ये मामला सितंबर 2016 का है जब कोडरमा के चंदवारा में विधायक अपने समर्थकों के पास रांची पटना एनएच 31 जाम कर दिया था. इसी केस को सीआईडी से टेकओवर किया था.
किस किस के खिलाफ चार्जशीटःसीआईडी के अनुसंधानक ने इस मामले में प्राथमिकी अभियुक्त उमाशंकर अकेला, चंदवारा के अज्जू सिंह, अरूण सिंह, अशोक सिंह, बाबूलाल यादव उर्फ बबलू यादव, भरत मोदी, घनश्याम मोदी, रामप्रसाद सोनार, प्रदीप सोनार, कृष्ण सोनार, द्वारिका राणा के खिलाफ चार्जशीट दायर (charge sheet against Congress MLA) की है. सभी पर धारा 147, 148, 149, 504, 353, और 427 आईपीसी के तहत चार्जशीट दायर की गई है. सीआईडी ने इस मामले में किसी भी व्यक्ति को गंभीर जख्म नहीं होने के कारण धारा 337 व 338 हटा दी है.
क्या था मामलाः डीएसपी कर्मपाल उरांव ने एफआईआर में बताया था कि उमाशंकर अकेला समेत अन्य नामजद आरोपियों के साथ 150 के करीब लोगों ने रांची पटना एनएच 31 जाम कर दिया था. सड़क जाम कर बजरंगबली मंदिर चंदवारा के समीप आवागमन पूरी तरह बाधित कर दी गई थी. इसके बाद जाम में फंसे वाहनों में तोड़फोड़, पुलिस से गालीगलौज व सरकारी कामकाज में बाधा उत्पन किया गया था. इस मौके पर नेताओं ने भड़काऊ भाषणबाजी भी की थी.
तब भाजपा में थे उमाशंकरः साल 2014-19 के बीच उमाशंकर अकेला भाजपा में थे, तब वह बरही से विधायक भी थे. हालांकि साल 2019 में उनका टिकट भाजपा ने काट दिया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया था. कांग्रेस के टिकट पर 2019 में वह चुनाव लड़े और जीते थे.