रांची: दि इंस्टिट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया और रांची चार्टर्ड ऑफ कॉस्ट अकाउंट ने एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन का आयोजन किया. जहां राज्यभर से आए चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने हिस्सा लिया.
मौके पर उपस्थित प्रधान आयकर आयुक्त रत्नेश नंदन सहाय ने बताया कि देश में बढ़ रहे फॉरेंसिक क्राइम को देखते हुए आने वाले समय में फॉरेंसिक ऑडिटर की जरूरत ज्यादा है. इसके लिए सीए के छात्रों की आने वाले समय में काफी जरूरत है. शहर के महात्मा गांधी रोड स्थित रविवार को एक निजी होटल में राज्यभर से आए चार्टर्ड अकाउंटेंटस ने अपनी समस्याओं से जुड़ी बातों को रखा.
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इस आयोजन में एसोसिएशन विद टेक्स डिप्लोमेट ऑफ आईसीएस और सीएमए की मुख्य भूमिका रही. वहीं, मुख्य वक्ता के रूप में रत्नेश नंदन सहाय ने कहा कि केंद्र सरकार डायरेक्ट टैक्स कोड का प्रावधान लाने जा रही है. जिसमें 1961 के तहत सरकार टैक्स एक्ट में संशोधन करने जा रही है. इससे टैक्स मतदाताओं को काफी सहूलियत होगी. आने वाले समय में मौजूदा प्रवधानों को बदलकर सरकार टैक्स मतदाताओं को एकत्रित करने जा रही है. उन्होंने कहा कि देशभर में बढ़ती अनियमितताओं और घोटालों के मद्देनजर फॉरेंसिक ऑडिटर की कमी नजर आ रही है. इसलिए युवाओं और छात्रों से गुजारिश है कि फॉरेंसिक ऑडिटर के रूप में अच्छा करें.