मौसम वैज्ञानिक अभिषेक कुमार से बात करते संवाददाता उपेंद्र कुमार रांची: झारखंड में फरवरी के महीने में ही गर्मी ने दस्तक दे दी है. इस बार सुहावना बसंत ऋतु आया ही नहीं. राज्य में तापमान बढ़ने से फरवरी महीने में ही लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा है. रांची में जहां अधिकतम तापमान सामान्य से 4.2℃ ऊपर चला गया है. वहीं, चाईबासा का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.7℃, बोकारो का अधिकतम तापमान सामान्य से 5.3℃, डालटनगंज का अधिकतम तापमान सामान्य से 3.9℃ और जमशेदपुर का अधिकतम तापमान सामान्य से 4.2℃ ऊपर पहुंच गया है. चाईबासा जिले को छोड़ बाकी सभी जिलों में न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर हैं.
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22 फरवरी को रांची का अधिकतम तापमान 32.8℃ रिकॉर्ड किया गया जबकि न्यूनतम 15.9 डिग्री सेल्सियस. इसके अलावा जमशेदपुर में अधिकतम 35.2 ℃ और न्यूनतम 16.3℃, डाल्टनगंज में अधिकतम 35.5℃ और न्यूनतम 14.2℃ तापमान रिकॉर्ड किया गया. जबकि 23 फरवरी को रांची में अधिकतम 33℃ और न्यूनतम 16.5℃, जमशेदपुर में अधिकतम 37.2 ℃ और न्यूनतम 16℃, डाल्टनगंज में अधिकतम 35.8℃ और न्यूनतम 14.6℃ तापमान रिकॉर्ड किया गया. वहीं बात करें तो 24 फरवरी की तो रांची में अधिकतम 32.7℃ और न्यूनतम 16.4℃, जमशेदपुर में अधिकतम 35.2 ℃ और न्यूनतम 17.7℃ जबकि डाल्टनगंज में अधिकतम 34.4℃ न्यूनतम 15.1℃ तापमान रिकॉर्ड किया गया.
पूरे झारखंड में मौसम में बदलाव:झारखंड में बिना बसंत ऋतु आये, गर्मी के आने और कई जिलों में सामान्य से अधिक तापमान को लेकर मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि राज्य में पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी समय से पहले गर्मी ने दस्तक दे दी है. उन्होंने कहा कि ठंड राज्य से चली गयी है, राज्य के कई जिलों में पारा सामान्य से ऊपर है.उन्होने कहा कि पिछले वर्ष भी होली से पहले राज्य में लू चलने लगी थी.
क्या है मौसम में बदलाव की वजह:ईटीवी भारत से बातचीत में अभिषेक आनंद ने कहा कि वैश्विक स्तर पर क्लाइमेट चेंज, पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने और पहाड़ों पर कम बर्फबारी के अलावा अलनीनो का प्रभाव और बरसात के बाद झारखंड में लंबे ड्राई स्पेल ऐसी वजहें हैे जिसके कारण गर्मी समय से पहले आ गई है. उन्होंने कहा कि तापमान में बढ़ोतरी सिर्फ झारखंड में नहीं देखी जा रही है बल्कि देश के अन्य हिस्सों में भी यही स्थिति है. गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों में तो तापमान सामान्य से 10℃ तक ऊपर चल रहा है.
राजधानी रांची अब ठंडी नहीं रहीं:कभी संयुक्त बिहार के समय में ग्रीष्म कालीन राजधानी रांची, अब 20 वर्ष पहले वाली रांची नहीं रही है. राजधानी बनने के बाद शहर में तेजी से कंस्ट्रक्शन, प्रदूषण, जंगल की सघनता कम होने की वजह से यहां का भी तापमान बढ़ा है. आने वाले दिनों में स्थिति और खराब होने की बात मौसम वैज्ञानिक ने कही है.
अलनीनो का प्रभाव झारखंड पर भी पड़ेगा:मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने कहा कि समुद्री घटना अल नीनो का असर मानसून पर पड़ता है. इसके साथ ही इसकी वजह से भी ठंड थोड़ा पहले खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि इसका आने वाले दिनों में इसका प्रभाव यह होगा कि गर्मी लंबी खींचेगा और मॉनसून की बारिश इस वर्ष कम हो सकती है.