रांची: राज्य के पर्यटन विकास के मुद्दों पर वार्ता के लिए गुरुवार को झारखंड चैंबर ऑफ काॅमर्स की एक बैठक पर्यटन निदेशालय के प्रबंध निदेशक अंजनेयेलु डोडे के साथ हुई. झारखंड में पर्यटन को बढावा देने के उद्देश्य से राज्य में निर्मित नई पर्यटन नीति-2020 की प्रसंशा करते हुए चैंबर महासचिव राहुल मारू ने कहा कि नई पर्यटन नीति में निवेशकों को प्रोत्साहित करने की योजना से व्यवसायी उत्साहित हैं.
बैठक में यह सुझाव दिया गया कि पर्यटन नीति-2020 में निवेशकों के लिए सब्सिडी सहित अन्य इंसेटिव देने के प्रावधानों की जानकारी के लिए विभाग के ओर से चैंबर भवन में स्टेकहोल्डर्स के बीच कार्यशाला का आयोजन कराया जाय, ताकि अधिकाधिक उद्यमी नीति के प्रति जागरूक हो सकें. बैठक के दौरान चैंबर के टूरिज्म उप समिति के चेयरमैन शैलेष अग्रवाल ने सुझाव दिया कि राज्य में पर्यटन वाहनों के निबंधन का अलग कानून बनाया जाय और उन वाहनों का अधिग्रहण किसी भी सरकारी कार्यों के लिए नहीं किया जाय. उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में कई पुरानी हवेलीयां स्थापित हैं, जिन्हें राजस्थान की तर्ज पर होटलों में परिवर्तित किया जा सकता है. पर्यटन विभाग को इस दिशा में कारगर प्रयास करने की आवश्यकता है. इसी प्रकार पर्यटन विभाग की प्राॅपर्टी जैसे होटल या पर्यटक सुविधा केंद्र जो लीज पर दिए जाते हैं. उसमें राज्य के स्थानीय स्टेकहोल्डर्स को प्राथमिकता दी जाय.