रांची:केंद्रीय मंत्री सह रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रामदास अठावले पार्टी के वरिष्ठ नेता केआर नायक के निधन के बाद आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भाग लेने रांची पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने रांची सर्किट हाउस में पत्रकारों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि अगर हेमंत सोरेन एनडीए में शामिल होते हैं, तो झारखंड के विकास में गति आ जाएगी, राज्य के विकास के लिए केंद्र सरकार ज्यादा से ज्यादा राशि का आवंटन करेगी, जिससे झारखंड के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा.
रामदास अठावले की प्रेस कॉन्फ्रेंस
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हेमंत सोरेन की पार्टी में शामिल होने को लेकर जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या बीजेपी ने उन्हें इस तरह की बात कहने के लिए कहा है, ताकि झारखंड में सरकार बीजेपी की बन सके, तो इसपर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि यह मेरी व्यक्तिगत राय है, क्योंकि शिबू सोरेन हमारे पुराने मित्र हैं, इसीलिए हमारी पार्टी और मेरी तरफ से उन्हें एनडीए में शामिल होने का सुझाव दिया गया है.
बढ़ती महंगाई पर जताई आपत्ति
बढ़ती महंगाई को लेकर रामदास अठावले ने कहा कि निश्चित रूप से कहीं ना कहीं देश में महंगाई बढ़ी है, जिस तरह से पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं, इससे आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन आने वाले समय में केंद्र सरकार जनता की परेशानी को देखते हुए महंगाई पर नियंत्रण करेगी.
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किसानों का आंदोलन जायज नही
दिल्ली में हो रहे किसान आंदोलन को लेकर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा किसानों की मांग जायज नहीं है, उन्हें मिल बैठकर सरकार से बात करनी चाहिए, ताकि आगे का रास्ता निकल सके.
2021 में जनगणना जातिगत आधार पर हो
रामदास अठावले ने यह मांग की है कि 2021 की जनगणना जातिगत आधार पर हो, जातिगत आधार पर सही आंकड़े सामने आ सके और इससे गरीबों और पिछड़े जाति के लोगों को योजनाओं का सीधा लाभ भी मिले.
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राहुल गांधी को अपने विभाग से योजना के तहत देंगे ढाई लाख रुपये
राहुल गांधी को अंतरजातीय विवाह करने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी अंतरजातीय विवाह करते हैं, तो सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री उन्हें ढाई लाख रुपए देंगे.
निजीकरण में आरक्षण को भी मिले स्थान
देश की सरकारी संपत्ति की हो रहे निजीकरण पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि निजीकरण होIना कहीं से भी गलत नहीं है, लेकिन जरूरी है कि निजीकरण में आरक्षण को सही स्थान मिले, क्योंकि निजीकरण होने के बाद कई क्षेत्रों में आरक्षण का प्रावधान समाप्त हो जाता है, इसीलिए हमारी पार्टी की ओर से यह सुझाव है कि निजीकरण करने के साथ-साथ आरक्षण का भी ख्याल रखें, ताकि समाज के पिछले जाति के लोगों के साथ भी सामाजिक न्याय हो सके.