रांची: आज दुनिया भर में अंतरराष्ट्रीय नर्स डे के रूप में मनाया जा रहा है. झारखंड में भी सरकारी और निजी अस्पतालों में नर्सों को सम्मानित किया गया, तो कहीं केक काटे गए. रिम्स के मल्टी स्टोरीज कार पार्किंग में बनाये गए कोविड अस्पताल के बाहर रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने सभी विभागों की हेड नर्स को फूलों का गुच्छा और कलम देकर सम्मानित किया.
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नर्सों का बढ़ाया गया हौसला
नर्स डे के मौके पर डॉक्टरों ने कहा कि एक रोगी के रोगमुक्त होने में जितना योगदान डॉक्टर का होता है, उससे ज्यादा योगदान नर्सों का होता है. क्योंकि डॉक्टर तो सिर्फ सलाह एक पर्ची पर लिख देता है. पर समय-समय पर मरीज को दवा, इंजेक्शन देना उसे ठीक हो जाने का हौसला देने का काम नर्स ही देती हैं. रिम्स में डॉक्टरों से सम्मानित होने के बाद नर्सों ने कहा कि कोरोना से जूझ रहे राज्य में हर एक मरीज की सेवा करने का संकल्प और मजबूत हुआ है, इस तरह के सम्मान को हौसला बढ़ाने वाला बताते हुए नर्सों ने कहा कि मरीज हित सबसे पहले है.
किनकी याद में मनाया जाता है इंटरनेशनल नर्स डे
स्वास्थ्य के क्षेत्र में नर्सेस के अमूल्य योगदान को याद करने और उनके प्रति सम्मान का भाव प्रकट करने के लिए हर साल 12 मई को इंटरनेशनल नर्सेस डे मनाया जाता है. आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक फ्लोरेंस नाइटिंगेल के जन्मदिन को विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है. फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल का जन्म 12 मई 1820 को ब्रिटेन में हुआ था. क्रीमिया के युद्ध के दौरान अक्टूबर 1854 में फ्लोरेंस ने 38 महिलाओं की एक टीम बना ली थी, जो घायलों के इलाज के लिए तुर्की गई थी. उनके सेवा कार्यो के चलते लेडी विद द लैंप की उपाधि से भी उन्हे सम्मानित किया गया था. जिसके बाद से ही आजतक उन्ही की याद में इंटरनेशनल नर्स डे मनाया जाता है.