रांची: झारखंड में मच्छर का प्रकोप ज्यादा है. मच्छर के काटने से मलेरिया और डेंगू समेत कई बीमारियां होती हैं जिनमें फाइलेरिया भी शामिल है. रांची को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए 23 अगस्त से अभियान शुरू हुआ है. पांच दिनों के भीतर रांची में कुल 27 लाख 93 हजार 252 लोगों को डाइ एथाईल कार्बेमेजीन साइट्रेट(DEC)की तीन गोली और एल्बेंडाजोल की एक गोली खिलाई जाएगी. रांची के डीसी छवि रंजन ने खुद दवा खाकर लोगों से अभियान को सफल बनाने की अपील की है. उन्होंने शनिचरा उरांव नामक शख्स को भी दवा खिलाई.
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रांची को फाइलेरिया मुक्त करने का अभियान 23 अगस्त से 27 अगस्त तक चलेगा. अभियान के शुभारंभ के साथ ही मुफ्त में दवा वितरण का काम शुरू हो गया है. यह बीमारी मच्छरों के काटने से होती है. रांची के डीसी ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए 3231बूथ बनाए गए हैं, जहां स्वास्थकर्मी तत्परता के साथ लोगों को दवाएं मुहैया कराएंगे. इन दवाओं को दो साल से ऊपर की उम्र का कोई भी शख्स खा सकता है. सिर्फ गर्भवती महिला और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को इस दवा का सेवन करने से मना किया गया है.
कहां मिलेगी फाइलेरिया की दवा
रांची के सिविल सर्जन डॉ विनोद प्रसाद ने कहा कि जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सदर अस्पताल, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र पर बूथ बनाया गया है. इन जगहों पर जाकर लोग आसानी से दवा ले सकते हैं. सभी बूथों पर एएनएम,आंगनबाड़ी सेविका,सहिया की तैनाती की गई है ताकि कोई भी दवा खाने से वंचित ना रहे. साथ ही सभी स्वास्थ्य कर्मियों को यह निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने सामने दवा खिलाएं.