रांची:झारखंड सरकार राज्यवासियों की समस्या को लेकर लगातार कई कदम उठा रहे हैं. खासकर आमलोगों की रोजमर्रा के जीवन में महत्वपूर्ण योगदान निभाने वाले पेयजल एवं स्वच्छता को लेकर राज्य सरकार व विभाग गंभीर है. इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर के निर्देश के बाद राज्य स्तर पर पेयजल एवं स्वच्छता से संबंधित सभी प्रकार की जन शिकायतों के त्वरित निष्पादन का प्रयास शुरू कर दिया गया है. इसके लिए झारखंड में राज्य स्तरीय कॉल सेंटर बनाया गया है, जो सुबह 8:00 बजे से शाम 8:00 बजे तक निर्बाध रूप से संचालित होगा.
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झारखंड में पेयजल की समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद गंभीर दिख रहे हैं. उन्होंने कॉल सेंटर की शुरुआत होने पर कहा कि सेंटर में प्राप्त शिकायतों के लिए हर 15 दिन में विभागीय पदाधिकारी और महीने में एक बार विभागीय सचिव समीक्षा करेंगे और जहां भी कमी-खामी देखी जाएगी उस पर विभाग स्तर से त्वरित कार्रवाई की जाएगी, ताकि लोगों को स्वच्छता और पेयजल की समस्या ना हो सके.
क्या है उद्देश्य: कॉल सेंटर के संचालन का उद्देश्य राज्य के सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार के पेयजल एवं स्वच्छता से संबंधित जन शिकायतों को पारदर्शी बनाना एवं त्वरित गति से निष्पादन करना है. पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय की ओर से टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं. इसके साथ ही व्हाट्सएप, ईमेल आईडी और मोबाइल ऐप की भी व्यवस्था की गई है ताकि शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र के भी लोग अपनी समस्या बता सके.
इन शिकायतों को किया जाएगा दर्ज:विभाग की तरफ से 18003456502 टॉल फ्री नंबर के रूप में जारी किया गया है. वहीं, 9470170901 व्हाट्सअप नंबर के रूप में जारी किया गया है. इसके अलावा जो लोग इमेल करना चाहते हैं, उनके लिए ईमेल आईडी callcenterdwsdjharkhand@gmail.com जारी किया गया है. राज्यभर के लोग इस कॉल सेंटर पर चापाकल मरम्मत, लघु ग्रामीण पाइपलाइन जलापूर्ति योजना, बृहद ग्रामीण पाइपलाइन जलापूर्ति योजना, पाइपलाइन लीकेज, जल आपूर्ति तथा जल गुणवत्ता से संबंधित समेत अन्य शिकायत दर्ज करा सकेंगे. विभाग ने बताया कि लोगों की तरफ से प्राप्त शिकायतों को तुरंत ही विभागीय वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा साथ ही सभी प्रकार के शिकायतों को संबंधित पदाधिकारियों को हस्तांतरित करते हुए वेब पोर्टल के माध्यम से बेहतर प्रबंधन के साथ उसका निष्पादन किया जायेगा.