रांचीः सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार देश में विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है, जिससे झारखंड भी अछूता नहीं रहा है. इस कानून के विरोध में जहां सड़कों पर लोग उतर कर विरोध जताने से परहेज नही कर रहे हैं, तो धरने का भी दौर जारी है. ऐसे में गठबंधन दल की कांग्रेस पार्टी इस कानून के विरोध में है और झारखंड में किसी हाल में इस कानून को लागू नहीं होने देने की बात कर रहे हैं. वहीं उनके साथ झारखंड विकास मोर्चा के विधायक भी खड़े हैं.
तोड़ने वाला कानून
झारखंड में विपक्ष की बीजेपी पार्टी समर्थन में रैलियां और मानव श्रृंखला जैसे कार्यक्रमों को लगातार चला रही है, जिसका सत्ताधारी दल कांग्रेस ने जमकर विरोध किया है.
देशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है. ऐसे में झारखंड में भी पक्ष और विपक्ष इस मुद्दे को लेकर आमने-सामने हैं. सड़क पर जहां लोग इसके विरोध में निकल रहे हैं, तो इस एक्ट को वापस करने की मांग को लेकर धरना भी बदस्तूर जारी है. ऐसे में अगर झारखंड की गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस की बात करें, तो पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने सीधे तौर पर कहा है कि किसी भी हाल में झारखंड में इस कानून को लागू नहीं होने देंगे. साथ ही उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिस तरह से इनकी ओर से सीएए और एनआरसी के समर्थन में रैलियां निकाली जा रही है. इससे यही लगता है कि इसके पीछे बड़ी साजिश है. इसके माध्यम से समाज को लड़ाने और समाज को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं झारखंड विकास मोर्चा के विधायक प्रदीप यादव ने सीधे तौर पर कहा है कि सीएए धर्म में धर्म के आधार पर विभेद करने का प्रयास है, जो आर्टिकल 14 और 15 के विरुद्ध जाता है. इस पर केंद्र सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह देश को मजबूत करने वाला नहीं बल्कि कमजोर करने वाला कानून है.