रांची:झारखंड में कोरोना (Corona in Jharkhand) के मामले कम होने लगे हैं. इसी को देखते हुए राज्य सरकार ने भी धीरे-धीरे पाबंदियां हटाना शुरू कर दिया है. लेकिन अभी भी कोविड गाइडलाइन के तहत कई शर्तें लागू हैं. जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है. रविवार के दिन की व्यवस्था सामान्य नहीं हुई है. सप्ताहिक लॉकडाउन के तहत कई बड़े प्रतिष्ठान बंद रहते हैं. जिससे शहर के व्यवसायियों और आम लोगों को दुर्गा पूजा जैसे महत्वपूर्ण त्योहार में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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दुकानदार यशराज गुंजन और चंदन राय बताते हैं कि दुर्गा पूजा के समय में कस्टमर की मांग बढ़ जाती है. जिस वजह से हमें शहर के बड़े व्यवसायियों से सामान खरीदना पड़ता है. लेकिन रविवार को कई बड़े व्यवसाई प्रतिष्ठान को बंद रखते हैं. जिस वजह से ग्राहकों को वापस करना पड़ता है और हम छोटे व्यवसायियों को आर्थिक नुकसान भी होता है. वहीं सामाजिक कार्यकर्ता नीरज कुमार बताते हैं कि दुर्गा पूजा का त्योहार हिंदुओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस त्योहार में लोग बाजारों से नए कपड़े खरीदते हैं. लोगों को मार्केटिंग करने में कोई परेशानी न हो इसे देखते हुए सत्ता और विपक्ष के कई नेताओं ने भी दुर्गा पूजा में छूट की अपील की है. उन्होंने भी सप्ताहिक लॉकडाउन में कुछ शर्तों के साथ ढिलाई देने की मांग की है.
पाबंदियां हटाने की मांग
वहीं बरियातू निवासी गौरीशंकर बताते हैं कि लगभग 2 साल के बाद इस साल दुर्गा पूजा में कोरोना का संक्रमण कम हुआ है. इसलिए लोगों में ज्यादा ही उत्साह देखने को मिल रहा है. लोग रविवार को घरों से बाहर निकलकर बाजार पहुंच रहे हैं. राज्य के ज्यादातर लोग वैक्सीन के प्रति सजग हो चुके हैं और आधे से अधिक लोगों ने पहला डोज ले लिया है. इसीलिए सरकार को अब दुर्गा पूजा के मौके पर सभी पाबंदियों को हटा देना चाहिए.