रांची. कहा जाता है एक यूनिट ब्लड चार जिंदगियां बचा सकती है. इसलिए रक्तदान करना चाहिए. पीड़ित मानवता की सेवा की भावना लिए रिम्स ब्लड बैंक और जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के सौजन्य से एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसमें 141 यूनिट ब्लड एकत्रित कर ब्लड बैंक को किया डोनेट किया गया. एकत्र किए गए खून का उपयोग जरूरतमंद मरीजों को उपलब्ध कराने में किया जाएगा.
रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने पेश की मानवता की मिसाल , 141 यूनिट खून ब्लड बैंक को किया डोनेट
खून की कमी को पूरा करने के लिए रिम्स में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया. रिम्स ब्लड बैंक और जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के सौजन्य से आयोजित इस शिविर में 141 यूनिट ब्लड एकत्रित कर ब्लड बैंक को किया डोनेट किया गया.
रिम्स निदेशक ने किया शुभारंभ: ब्लड डोनेशन कैंप की शुरुआत रिम्स निदेशक डॉक्टर कामेश्वर प्रसाद ने किया. इस अवसर पर डॉक्टर हीरेन्द्र बिरुआ, डॉ सुषमा कुमारी, इंचार्ज ब्लड बैंक, डॉ उषा सरोज , डॉक्टर अश्विनी वर्मा , डॉ चंचल अशोक , डॉ सिन्धु , डॉ मनीषा आदि उपस्थित रहीं. कैंप में जेडीए प्रेसिडेंट डॉक्टर विकास कुमार और डॉ सुजीत मुर्मू डॉ नीतू ,डॉ हिमांशु ,डॉक्टर धीरज, डॉ अमित , डॉ चंद्र भूषण नेतृत्व में शिखा, सौरव ,उद्देश्य, स्वाति सौम्या अनामिका आदि छात्रों की सहायता से कुल 141 यूनिट ब्लड एकत्र किया गया.
डॉक्टरों ने दिया रक्तदान का संदेश:रिम्स रक्तदान शिविर के माध्यम से रिम्स के डॉक्टरों ने यह संदेश दिया की यदि हम मरीजों का इलाज करते हुए ब्लड डोनेट कर सकते हैं तो आम लोग क्यों नहीं कर सकते हैं. डॉक्टरों ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के ब्लड डोनेशन से तीन जिंदगियां बचती है. डॉक्टरों के मुताबिक डोनेशन का उद्देश्य लोगों के बीच और युवाओं के बीच ब्लड डोनेशन के लिए जागरूकता पैदा करना है.