रांचीःझारखंड में दिन-प्रतिदिन ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़ता जा रहा है. बताया जा रहा है कि गंभीर रूप से बीमार कोरोना संक्रमित मरीज पर स्टेरॉयड का इस्तेमाल और डायबिटीज के चलते पोस्ट कोविड में ब्लैक फंगस का दायरा बढ़ गया है. स्थिति यह है कि राज्य के 24 जिलों में से 15 जिलों में ब्लैक फंगस के मरीज मिल चुके हैं और एक दिन में चार लोगों की मौत ब्लैक फंगस के कारण हुई है. अब तक राज्य में ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या आठ हो गई है.
किस जिले में कितना ब्लैक फंगस के मरीज यह भी पढ़ेंःब्लैक फंगस के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, रिम्स को बनाया गया नोडल संस्थान
इन अस्पतालों में चल रहा है ब्लैक फंगस का इलाज
रांची के रिम्स, मेडिका और रामप्यारी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के साथ साथ जमशेदपुर के एमजीएम और टीएमएच में ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीजों का इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि रिम्म के डेंगू वार्ड को वर्तमान में ब्लैक फंगस वार्ड बनाया गया है, ज जहां 15 मरीज भर्ती है. इसके साथ ही टीएमएच में 12 ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि रिम्स में दो, टीएमएच और मेडिका में एक-एक ब्लैक फंगस मरीज की मौत हुई है.
ब्लैक फंगस की दवा उपलब्ध
राज्य में अभी ब्लैक फंगस यानि म्युकरमाइकोसिस के केस बढ़ रहे हैं. राज्य के सभी जिलों में 1007 वायल ब्लैक फंगस के इंजेक्शन भेज दिया गया है.