रांची: झारखंड में एक तरफ भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों में जुट गयी है. वहीं झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे पिछले 16 अप्रैल 2023 के बाद से अबतक झारखंड दौरे पर नहीं आये हैं. करीब करीब तीन महीने से झारखंड कांग्रेस प्रभारी के राज्य से दूर रहने पर भाजपा तंज कस रही है. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कमाल खान ने कहा कि कर्नाटक जीत की खुमारी में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी झारखंड का रास्ता भूल गए हैं.
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय की झारखंड से दूरी पर बीजेपी का तंज, कहा- कर्नाटक जीत की खुमारी में खोए हैं प्रभारी - जय भारत सत्याग्रह यात्रा
भाजपा ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पर निशाना साधा है. अविनाश पांडेय की झारखंड से दूरी बनाने को लेकर तंज कसते हुए पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य कमाल खान ने कहा कि कर्नाटक जीत की खुमारी में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी झारखंड का रास्ता भूल गए हैं.
झारखंड में कांग्रेस का कुछ है भी नहीं, न आएं तो और बेहतर- कमाल खानः 16 अप्रैल 2023 को जय भारत सत्याग्रह यात्रा समापन समारोह में शामिल होने और उसी दिन रात कांग्रेस के दाव-ए-इफ्तार की पार्टी में शामिल होने के बाद से कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी झारखंड की ओर रुख नहीं किया है. भारतीय जनता पार्टी के नेता इसे भाजपा के लिए अच्छा बताते हुए कहते हैं कि राज्य में कांग्रेस का कोई जनाधार ही नहीं बचा है, झामुमो के कंधे पर सवार होकर पार्टी राजनीति कर रही है. ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी यहां आकर भी क्या कर लेंगे. उन्होंने कहा कि किस्मत से उनको कर्नाटक में जीत मिली है, ऐसे में जीत की खुमारी में प्रदेश प्रभारी हैं. लेकिन उन्हें पता नहीं है कि राज्य की 14 में से 14 लोकसभा सीट भाजपा जीतने जा रही है.
हम जनता की सेवा के लिए राजनीति करते हैं- राजेश ठाकुरः कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय की झारखंड से दूरी बनाने पर भाजपा के तंज पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा सिर्फ चुनाव को ध्यान में रखकर राजनीति करती है. कांग्रेस जनता के मुद्दे को उठाती है और जनसेवा करती है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनके प्रभारी लगातार झारखंड आकर जनता की आवाज बनते रहे हैं. कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने शीघ्र ही प्रदेश प्रभारी के झारखंड दौरे पर आने की बात कही. उन्होंने कहा कि दरअसल 2024 में केंद्र से भी भाजपा की विदाई तय देखकर भाजपा के नेता अनर्गल बयानबाजी करते फिर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनके प्रभारी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ऑब्जर्वर की भूमिका में भी अपनी जवाबदेही निभा रहे थे, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते भी कई और जिम्मेवारी उनके ऊपर होती है.