रांची: दुमका में 8 दिसंबर को मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक आदिवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई थी, जिसके बाद से राजनीतिक गलियारों में सियासी उठा पटक का दौरा जारी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को बीजेपी ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है और राज्य सरकार से सवाल किया है.
महिलाओं की इज्जत पर खतरा
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने शुक्रवार को कहा कि मौजूदा राज्य सरकार के कार्यकाल में बहु-बेटियों की इज्जत पर लगातार हमला हो रहा है. सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि केंद्र से मिले निर्भया फंड को किस-किस मद में कितना प्रतिशत खर्च किया गया.
सरकार का वादा खोखला
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि पिछले एक वर्ष में एक भी दुष्कर्म को स्पीडी ट्रायल के जरिए सजा नहीं दिलाई गई है, जबकि राज्य सरकार ने 1 वर्ष में ही दुष्कर्मियों को सजा दिलाने का वादा किया था. राज्य सरकार को यह भी बताना चाहिए कि एक लंबे समय तक राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन था. स्कूल, कॉलेज, बाजार, दफ्तर सब बंद रहे. इसके बावजूद दुष्कर्म की इतनी घटनाएं कैसे बढ़ गई. क्या दुष्कर्मियों को भी अब विश्वास हो गया है कि इस सरकार में उन्हें सजा नहीं मिलने वाली है.
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नाकामी छिपाने की कोशिश
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झारखंड पुलिस की वेबसाइट में इस वर्ष सितंबर तक बलात्कार के 1,359 मामले का डेटा अपलोड है. अक्टूबर और नवंबर के आंकड़ों को अपलोड नहीं किया गया है, जबकि यह सारे आंकड़े स्वतः संग्रहित हो जाते हैं. ऐसा लग रहा है, जैसे 18 दिनों के बाद पहली वर्षगांठ मनाने जा रही सरकार आंकड़ों को छुपा कर अपनी नाकामी छिपाने की कोशिश कर रही है, जब तक महिला सुरक्षा के लिए कड़े कदम नही उठाए जाएंगे, तब तक बीजेपी राज्य सरकार के खिलाफ लगातार अभियान चलाती रहेगी.