रांची: प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली पर शनिवार को जमकर निशाना साधा. झारखंड भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने बीजेपी स्टेट हेडक्वार्टर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कृषि कानून पर कांग्रेस समय-समय पर मुखौटे बदलती रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता को गुमराह कर रही है. आदित्य साहू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस के 50-60 वर्षों के शासनकाल में उसकी नीतियों से किसान गरीब होते चले गए. देश में लाखों किसान कांग्रेस के शासनकाल में आत्महत्या करने को विवश हुए, स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को कांग्रेस ने ठंडे बस्ते में डालकर रखा था, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही सरकार ने स्वामीनाथन कमेटी की अनुशंसा को लागू किया.
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किसानों को प्रति एकड़ 5000 देने की योजना बंद करने पर सवाल उठाए
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आदित्य साहू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बंद पर विश्वास करती है, ट्रैक्टर रैली में एक भी किसान नहीं दिख रहा है. किसान के नाम पर कांग्रेसी नेता अपना फोटो खिंचवाने का काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार चल रही थी तो किसानों के खाते में प्रति एकड़ 5000 रुपये और 5 एकड़ पर 25000 रुपये देने की योजना चलाई जा रही थी लेकिन जैसे ही झारखंड में गठबंधन की सरकार बनी. इस महत्वपूर्ण योजना को बंद कर दिया गया.
बरसात में किसान यूरिया के लिए भटक रहे थे, ऋण भी माफ नहीं कियाः आदित्य साहू
आदित्य साहू ने गठबंधन सरकार पर सवाल उठाए और कहा कि बरसात के समय प्रदेश में किसान यूरिया के लिए भटक रहे थे और मजबूर होकर बिचौलियों के माध्यम से ब्लैक में यूरिया खरीद रहे थे. उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले कांग्रेस बड़ी-बड़ी बातें करती रही है, लेकिन बाद में उसके सारे वादे झूठे निकलते हैं. कांग्रेस ने कहा था जब सरकार बनेगी तो किसानों का 2 लाख तक का ऋण माफ करेंगे, लेकिन अभी तक एक भी किसान का ऋण माफ नहीं किया गया.
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कांग्रेस ने भी इसी कानून को बनाने का किया था वादाः भाजपा
आदित्य साहू ने कहा कि कांग्रेस ने 2019 के चुनाव के वक्त जो कानून को हाल की सरकार ने बनाया है, इसी को बनाने का वादा किया था. वहीं झारखंड में मुख्यमंत्री ने किसानों का धान खरीदने की बात कही थी, लेकिन उसके 6 दिन बाद उनके ही मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा धान अभी गीले हैं, अभी खरीदे नहीं जा सकते हैं. नतीजा यह हुआ कि किसान बिचौलियों के पास औने पौने दामों में धान को बेचने का के लिए मजबूर हुए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की एक भी रैली में किसान नहीं आते हैं, हजारीबाग की रैली में भी एक भी किसान मौजूद नहीं था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के बीच जाती है और उन्हें ठगने का काम करती है. जनता और किसान इनके झांसे में आने वाले नहीं हैं.