रांची: पूरे देश में कोरोना के रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है. इसे लेकर देश के कई हिस्सों में लोग फंसे हुए हैं. राजस्थान के कोटा में भी झारखंड समेत कई राज्यों के छात्र फंसे हुए हैं, जिसमें यूपी सरकार ने 250 बस भेजकर कोटा से अपने सभी छात्रों को वापस बुला लिया है. जबकि झारखंड के छात्र अभी भी वहां फंसे हुए हैं. इसे लेकर हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर केंद्र सरकार की आलोचना की है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया है कि यूपी के बच्चों को वापस ले जाने के लिए बसें भेजी जा सकती है, तो झारखंड के बच्चों और मजदूरों को वापस लाने के लिए भी केंद्र सरकार को ऐसी व्यवस्था करना चाहिए. ये झारखंड सरकार के साथ अन्याय है, जिसका जवाब केंद्र सरकार को देना चाहिए.
इसे भी पढे़ं:-रांची: अभिभावक एसोसिएशन की माग, निजी स्कूलों की मनमानी रोक लगाए राज्य और केंद्र सरकार
इसे लेकर विपक्ष ने भी सीएम पर पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने ट्वीट कर कहा है कि हर बात के लिए केंद्र सरकार को कोसना नहीं चाहिए, यूपी सरकार ने अपने बच्चों को लाने के लिए बसें भेजी थी. हेमंत सरकार को बाहर में फंसे झारखंड के मजदूर और छात्रों के लिए पहल करना चाहिए.
आपको बदा दें कि कोटा में यूपी के 8 हजार स्टूडेंट लॉकडाउन में फंसे हुए थे, जिसे यूपी सरकार ने 250 बस भेजकर वापस बुला लिया. वहीं झारखंड के भी लगभग 2 हजार से अधिक बच्चे फंसे हुए हैं, जिसे वापस प्रदेश लाने के लिए झारखंड सरकार ने कोई पहल नहीं की है. कुछ दिनों पहले झारखंड के बाहर फंसे मजदूरों को भी वापस लाने को लेकर सरकार के मंत्री रामेश्वर उरांव ने बयान दिया था कि, इस हालात में किसी को भी झारखंड लाना संभव नहीं है, जो जहां हैं वहीं रहेंगे.