रांची: भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि है. भारतीय जनता पार्टी ने इस दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाया है. भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कई कार्यक्रम आयोजन किए. जिसके तहत बीजेपी सांसद संजय सेठ ने पौधारोपण कर डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाया.
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डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कश्मीर को लेकर उठाई थी आवाज
भारतीय जनता पार्टी सांसद संजय सेठ का कहना है कि स्वतंत्र भारत में एक देश दो विधान, दो प्रधान, दो निशान के गलत फैसले के खिलाफ डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने आवाज उठाई थी. इसके खिलाफ पहला बलिदान श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने दिया था. ऐसे राष्ट्रीय गौरव को हम सब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता नमन करते हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 370 धारा को हटाकर देश को एक समान कर दिया.
अब वहां की महिलाएं कहीं भी शादी कर सकती हैं. यहां तक कि अब दूसरे जगह के लोग भी वहां पर अपनी जीविका उपार्जन कर सकते हैं और यह सपना डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान के कारण पूरा हो पाया है.
रहस्यमय परिस्थिति में हुई थी मौत
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 23 जून 1953 को श्रीनगर की जेल में रहस्यमय परिस्थितf में मौत हो गई थी. जम्मू कश्मीर में लागू परमिट सिस्टम तोड़ने के लिए आंदोलन में शामिल होने जा रहे थे लेकिन जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उन्हें लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया था, जिन्हें 44 दिन जेल में रखा गया और उसी दौरान 23 जून 1953 को डॉ श्यामा प्रसाद की मौत हो गई.