रांचीः राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने शनिवार को हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राज्य में विकास करने से अधिक कंट्रोवर्सी क्रिएट करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने झारखंड में भाषा विवाद और स्थानीयता के मुद्दे पर खींचतान पर सरकार की जमकर आलोचना की. सांसद महेश पोद्दार ने तीसरे मोर्चे के गठन पर भी सवाल खड़ा किया. सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि इसमें शामिल पांच विधायक में से तीन का डीएनए भाजपा का है.
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झारखंड में तीसरे मोर्चे के गठन पर सवाल खड़ा करते हुए सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि इस मोर्चे के गठन की कवायद आने वाले राज्यसभा चुनाव से जोड़कर देखी जा रही है, लेकिन लगता नहीं है कि इसका कोई राजनीतिक लाभ मोर्चे को मिलेगा. रांची प्रेस क्लब में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए महेश पोद्दार ने कहा कि राज्य में बगैर ओबीसी आरक्षण पंचायत चुनाव कराने का सरकार का निर्णय गलत है. उन्होंने कहा कि वैसे ही पंचायत चुनाव में विलंब हो चुका है. यदि थोड़ी देर और हो जाए मगर ओबीसी आरक्षण देकर चुनाव कराया जाय तो बेहतर होगा. लेकिन सरकार की नीयत में खोट है. सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि सरकार हर चीज को उलझाकर रखना चाहती है जिसके कारण कभी खतियान को आधार बनाकर स्थानीयता का मुद्दा तो कभी सरकार भाषाई आधार पर लोगों को लड़ाती रहती है.
डीएनए को लेकर क्या कहा सांसद महेश पोद्दार ने राज्य में विकास के काम से अधिक कंट्रोवर्सी क्रिएट की जा रहीः महेश पोद्दार राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने झारखंड सरकार के बजट की भी आलोचना की. सांसद पोद्दार ने झारखंड सरकार के बजट को अदूरदर्शी बताया और इसे साधारण बजट करार दिया. महेश पोद्दार ने कहा कि भारत सरकार ने जो बजट पेश किया है वह देश को गति और शक्ति देने वाला बजट है. आजादी के 75 से 100 साल तक देश कैसे आगे बढ़ेगा उसका बजट केंद्र सरकार ने पेश किया है. बजट में सरकार ने 25 साल का विजन भी पेश किया है लेकिन झारखंड में सरकार ने जो बजट पेश किया है उसमें कुछ भी नया नहीं दिख रहा है. पहले जो डायरेक्ट बेनिफिट योजना थी उसे भी बंद कर दी गई है. भारत सरकार ने बजट में एमएसएमई के लिए कई व्यवस्था की है जबकि झारखंड सरकार ने व्यवसायी वर्ग के लिए इस बजट में कोई भी खास ध्यान नहीं दिया है.
वस्त्र उद्योग की अनदेखीः सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार के शासनकाल में राज्य में वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की फैसिलिटी उद्योगों को दी गई थी. इसका मकसद था कि राज्य में वस्त्र उद्योग का विस्तार हो. लेकिन इस सरकार ने बजट में इसके लिए कोई प्रावधान नहीं किया है. राज्य में विकास करने से अधिक कंट्रोवर्सी क्रिएट की जा रही है. हाल के दिनों में जिस तरह से बड़े और छोटे दुकानदारों को परेशान किया गया है. यह पूरा राज्य देख रहा है.
भाजपा सांसद महेश पोद्दार ने कहा कि मोरहाबादी इलाके में छोटे दुकानदारों को बेरोजगार कर दिया गया. अपर बाजार में बड़े दुकानदारों को डिस्टर्ब किया जा रहा है. इससे सरकार की मानसिकता का पता चलता है. सरकार छात्रों को लेकर भी गंभीर नहीं है. बेरोजगारी भत्ता और रोजगार देने का वादा कर सरकार आई लेकिन सबसे ज्यादा बेरोजगार छात्र परेशान हो रहे हैं और रोजगार के नाम पर झारखंड स्टाफ सिलेक्शन कमीशन और झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन की कंट्रोवर्सी हर दिन देखने को मिलती है.