झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

धरना पर बैठे सदन से निलंबित भाजपा विधायक, स्पीकर की कार्रवाई को बताया गलत

झारखंड विधानसभा मानसून सत्र (Jharkhand Assembly Monsoon session 2022) के दौरान हंगामा करने के आरोप में भाजपा के निलंबित विधायकों ने बुधवार को सदन के बाहर धरना दिया. इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए स्पीकर की कार्रवाई को अनुचित बताया.

BJP MLAs suspended from sadan
BJP MLAs suspended from sadan

By

Published : Aug 3, 2022, 2:24 PM IST

रांची:भाजपा के निलंबित चारों विधायकों ने बुधवार को सदन के बाहर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति के समक्ष धरना दिया. धरना पर बैठे भाजपा विधायकों ने इस दौरान सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. दरअसल, मानसून सत्र (Jharkhand Assembly Monsoon session 2022) के दौरान सदन में हंगामा मचाने के आरोप में भाजपा के चार विधायक भानु प्रताप शाही, ढुल्लू महतो, जयप्रकाश भाई पटेल और रणधीर सिंह को विधानसभा स्पीकर ने 4 अगस्त तक के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित (BJP MLAs suspended from sadan) कर दिया गया है.

इसे भी पढ़ें:BJP विधायकों के निलंबन को स्पीकर ने ठहराया जायज, सीएम हेमंत सोरेन ने सदन में हंगामे पर जताई नाराजगी

विधायकों ने निलंबन को बताया अनुचित: भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने स्पीकर रबींद्र नाथ महतो की ओर से मंगलवार को की गई कारवाई पर आपत्ति जताते हुए कहा कि सदन के अंदर भाजपा विधायकों ने कोई ऐसा आचरण नहीं किया जो आपत्तिजनक था. इसके बाबजूद सरकार के इशारे पर यह कारवाई की गई है. धरना पर बैठे भाजपा विधायक ढुल्लू महतो ने कहा कि भाजपा विधायक भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विशेष चर्चा की मांग कर रहे थे लेकिन, स्पीकर ने हमारी बात को सुनने की बजाय सदन से निलंबित कर दिया अनुचित है.

देखें वीडियो

स्पीकर ने कहा संसदीय मर्यादा की रक्षा के लिए लिया निर्णय: वहीं स्पीकर रबींद्र नाथ महतो सदन में भाजपा के चार विधायकों के निलंबन को सही बता चुके हैं. उन्होंने कहा कि आसन और सदन के साथ मजाक जब होता है तो इस तरह की कार्रवाई होती है. जब आसन आहत होता है तो इस तरह की कार्रवाई करनी पड़ती है. उन्होंने कहा 'मैं बिल्कुल ही नरम दिल का व्यक्ति हूं और बहुत ज्यादा साहसी भी नहीं हूं लेकिन, संसदीय मर्यादा की रक्षा करने के लिए इस तरह के निर्णय लेना पड़ते हैं इसलिए मैं खुद ही दुखी हूं.' हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि 'जब वे पुनर्विचार के लिए आएंगे तो जरूर इस पर विचार करेंगे आखिर वे हमारे सदस्य हैं चाहे पक्ष के हों या विपक्ष के हमारे लिए सदस्य हैं. तत्कालिक व्यवस्था बनाये रखने के लिए इस तरह का निर्णय हुआ है इसमें कोई पक्षपात नहीं हुआ है.'

ABOUT THE AUTHOR

...view details