रांचीः रामनवमी जुलूस को लेकर हजारीबाग जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही कार्रवाई के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने विधानसभा परिसर में मंगलवार को जमकर प्रदर्शन किया. हाथों में तख्ती लेकर सरकार विरोधी नारे लगा रहे भाजपा विधायकों ने हजारीबाग सहित राज्य भर के विभिन्न जिलों में प्रशासन के द्वारा नोटिस के साथ-साथ रामनवमी समितियों के ऊपर किए जा रहे केस के विरोध में जमकर नारेबाजी की.
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प्रदर्शन कर रहे भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने सरकार पर दमनकारी नीति अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से जिला प्रशासन ने सिर्फ हजारीबाग में ही 5000 से अधिक राम भक्तों पर केस दर्ज किया है, उससे लगता है कि यह सरकार आस्था से खिलवाड़ कर रही है. जिसे भाजपा विधायक बर्दाश्त नहीं करेंगे.
वहीं प्रदर्शन कर रहे धनबाद विधायक राज सिन्हा ने कहा कि हजारीबाग ही नहीं बल्कि धनबाद में भी स्थानीय जिला प्रशासन के द्वारा डीजे बजाने की अनुमति नहीं देकर डराया धमकाया जा रहा है. रामनवमी समितियों पर केस करने की धमकी दी जा रही है. जिसे राम भक्त बर्दाश्त नहीं करेंगे. हजारीबाग विधायक मनीष जायसवाल ने स्थानीय प्रशासन के इस कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि भारत सरकार के गाइडलाइन की अलग ढंग से व्याख्या कर डीजे पर प्रतिबंध लगाना अनुचित है. इसके अलावा हर वर्ष रामनवमी का भव्य जुलूस हजारीबाग में निकाला जाता रहा है, जिसे रोकने की कोशिश जिला प्रशासन के द्वारा की जा रही है, भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे.
सरकार की नजर में है, राजनीति नहीं होनी चाहिएःइधर रामनवमी जुलूस को लेकर जिला प्रशासन द्वारा की जा रही कार्रवाई के विरोध में भाजपा के विरोध प्रदर्शन पर मंत्री चंपई सोरेन ने कहा है कि सरकार की नजर में तमाम चीजें हैं लेकिन इसको लेकर किसी भी सूरत में राजनीति नहीं होनी चाहिए. लोगों की आस्था जरूर इससे बनी हुई है मगर आस्था के साथ-साथ सौहार्द्र को भी बनाकर रखना सरकार का काम है. इसमें किसी तरह की राजनीति करने से माहौल बिगड़ता है. भारतीय जनता पार्टी के द्वारा हमेशा इस पर राजनीति की जाती रही है. इस बार भी रामनवमी को लोग पूरी आस्था के साथ मनाएं, इसको लेकर सरकार पूरी नजर रखे हुए हैं.
बहरहाल 30 मार्च को रामनवमी के अवसर पर निकलने वाले जुलूस को लेकर सभी जिलों को सरकार के द्वारा अलर्ट मोड में रहने का आदेश दिया गया है. जिसको लेकर स्थानीय जिला प्रशासन के द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष चौकसी के साथ-साथ प्रशासनिक तैयारियां पूरी की जा रही हैं.