रांची: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के रांची पहुंचते ही राजनीतिक हलचल बढ़ गई है. मंगलवार को राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी राजभवन पहुंचे. राजभवन पहुंचने के बाद उन्होंने राज्यपाल से घंटों मुलाकात की और झारखंड में चल रहे राजनीतिक भूचाल से अवगत कराया.
राजभवन से बाहर निकलने के बाद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 3 जनवरी से झारखंड में चल रही राजनीतिक हलचल को लेकर उन्होंने राज्यपाल को पत्र लिखा था. उसी पत्र के बारे में याद दिलाने के लिए वो राजभवन पहुंचे हैं.
राजभवन से निकलने के बाद उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जिस तरह से गांडेय विधानसभा के सरफराज अहमद विधायक को इस्तीफा दिलाया गया है, वह एक षड्यंत्र है. जिस प्रकार से लालू प्रसाद यादव ने बेऊर जेल जाने से पहले अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाया था. उसी प्रकार हेमंत सोरेन अपने जेल जाने से पहले कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनना चाह रहे हैं. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को डर है कि वह कहीं जेल ना चले जाएं.
उन्होंने हेमंत सोरेन पर निशाना साधते हुए कहा आखिर किस कारण गांडेय विधानसभा के विधायक सरफराज अहमद को इस्तीफा दिलाया गया है. यह साफ दर्शाता है कि हेमंत सोरेन अब जेल जाने वाले हैं. क्योंकि कोई भी विधायक इस्तीफा तभी देता है जब वह अपनी पार्टी बदलना चाहे या फिर वह देश छोड़ने वाला हो. लेकिन विधायक सरफराज अहमद के साथ ऐसी कोई भी बात नहीं है. वह विधायक दल के नेता की बैठक में भी शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन यदि जेल जाते हैं तो चुनाव में ज्यादा समय नहीं है ऐसे में जब आम चुनाव में कम समय होता है तो किसी भी विधानसभा में उपचुनाव नहीं करवाया जा सकता.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यदि उपचुनाव की घोषणा होती है तो वह निश्चित रूप से गैर संवैधानिक होगा. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक हालातों से राज्यपाल को अवगत कराया गया है. मालूम हो कि गांडेय विधानसभा के विधायक सफराज अहमद ने इस्तीफा दिया है. वो जेएमएम पार्टी से विधायक थे. ऐसे में सभी राजनीतिक हालातों पर बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की है. बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल में प्रदीप वर्मा और बालमुकुंद सहाय मौजूद रहे.