रांची:कुड़मी को एसटी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन पर झारखंड के राजनीतिक दलों ने मिली जुली प्रतिक्रिया व्यक्त की है. कांग्रेस इसी बहाने बीजेपी पर निशाना साधते हुए दिख रही है. वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए कांग्रेस को सभी समस्याओं की जड़ बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता तौसीफ ने कुड़मी आंदोलनकारियों की मांग को सही बताते हुए कहा है कि केन्द्र की बीजेपी सरकार को इनकी मांग पर विचार करना चाहिए. उन्होंने आंदोलनकारियों से झारखंड के बीजेपी सांसद और विधायक आवास का घेराव करने का आह्वान करते हुए कहा है कि संवैधानिक रूप से अपनी मांगों को वो मनवाने का काम करें.
कुड़मी आंदोलन पर आमने सामने बीजेपी-कांग्रेस, एक दूसरे को ठहरा रहे दोषी
कुड़मी आंदोलन पर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं. एक तरफ जहां कांग्रेस इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार बता रही है और कह रही है कि केंद्र सरकार को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए, वहीं बीजेपी का कहना है कि 2014 से पहले यूपीए की सरकार थी तब उन्होंने इस मांग पर क्यों विचार नहीं किया.
Published : Sep 20, 2023, 5:19 PM IST
|Updated : Sep 20, 2023, 5:32 PM IST
कुड़मी आंदोलन पर बीजेपी स्पष्ट बयान देने से बचती दिख रही है. हालांकि बीजेपी विधायक भानुप्रताप शाही ने कुड़मी आंदोलन को काफी पुराना बताते हुए कहा है कि यह बिहार, झारखंड, ओडिशा और प.बंगाल में 45 वर्षों से चल रहा है. इस पर नीतिगत निर्णय केंद्र और राज्य सरकार को लेना है. कुड़मी समाज का दावा है कि 1919 से पहले वे जनजाति वर्ग में थे. उस समय की स्थिति और आज की परिस्थिति बदली हुई है. इसके बाबजूद इनकी मांग कितनी जायज है उसपर सरकार को निर्णय लेना है.
कांग्रेस के बीजेपी पर दोषारोपण किए जाने पर पलटवार करते हुए भानुप्रताप शाही ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से समस्या की पोषक रही है. केंद्र में बीजेपी की सरकार 2014 से है. इससे पहले कांग्रेस और यूपीए की सरकार रही है. उन्होंने सवाल किया कि क्यों नहीं कुड़मी समाज की मांग को उस वक्त पूरा करने की पहल की गई.
बहरहाल कुड़मी को एसटी में शामिल करने की मांग को लेकर रेल चक्का जाम आंदोलन चलाया जा रहा है, जिस वजह से दक्षिण पूर्व रेलवे होकर गुजरने वाली कई गाड़ियों को रद्द कर दिया गया है और कई गाड़ियों के रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं.