रांची: सांसद संजय सेठ ने बुधवार को दावा किया कि केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न हुई समस्या को देखते हुए अपने दरवाजे राज्य सरकार के लिए खोल दिए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को इतना राशन दिया गया है कि वह राज्य भर के लोगों को भोजन परोस सके. सांसद ने कहा कि खुद केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने तीन-तीन बार कहा कि किसी भी राज्य को खाद्यान्न की कमी नहीं होने दी जाएगी, ऐसे में झारखंड सरकार का आरोप सही नहीं है.
देखें सांसद संजय सेठ से पूरी बातचीत पीएम ने 5 बार की सीएम से वीसीरांची के सांसद संजय सेठ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ पांच-पांच बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की है, ऐसे में झारखंड सरकार को भी अपनी बात कहने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि यह ऐसा वक्त है जिसमें राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी राजनीति करने में विश्वास नहीं रखती है, पार्टी का एक ही मकसद है कि अभी के दौर में भूखे लोगों तक खाना पहुंचे और कोई भी भूखा नहीं सोए.
सीएम को पत्र नहीं लिखें तो क्या करें कार्यकर्ता
एक सवाल के जवाब में सांसद ने कहा कि अगर पार्टी के नेता पत्र नहीं लिखेंगे तो अपनी बात कैसे रखेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार ट्वीट कर रहे हैं और ट्विटर के माध्यम से अपना काम कर रहे हैं, ऐसे में बीजेपी अगर पत्र लिख रही है तो इसमें गलत क्या है. उन्होंने कहा पत्र लिखकर ही सरकार को आग्रह किया जाता है कि वह ध्यान दें.
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संक्रमण के भय के बीच सक्रिय हैं पार्टी कार्यकर्ता
संजय सेठ ने दावा किया कि कोरोना संक्रमण के दौर में केंद्र सरकार से इतर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता भी लगे हुए हैं, ऐसा नहीं है कि पार्टी कार्यकर्ता और नेताओं को संक्रमण का भय नहीं है, बावजूद इसके हर स्तर पर लोगों के बीच मोदी आहार और सुरक्षा किट बांटे जा रहे हैं, इससे यह साफ होना चाहिए कि बीजेपी सिर्फ राजनीति नहीं करती.
दरअसल, सांसद संजय सेठ राजधानी के ओटीसी ग्राउंड में पार्टी कार्यकर्ताओं के जरिए लोगों के बीच फूड पैकेट वितरण के समापन कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे. पिछले 60 से अधिक दिनों से पार्टी कार्यकर्ताओं ने लगभग 36 हजार लोगों के बीच फूड पैकेट बांटने का दावा किया है.