रांचीः चाईबासा में 7 लोगों की हत्या मामले पर विपक्ष की बीजेपी ने हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा है. बीजेपी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण उरांव ने बुधवार को बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में प्रेस को संबोधित करते हुए इस हत्याकांड की कड़ी निंदा की है. उन्होंने आशंका जताई है कि कहीं ना कहीं इसे अंजाम देने वालों के साथ कोई बड़ी ताकत है और उन्हें पता है कि उनके खिलाफ कार्यवाई नहीं होगी.
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केंद्रीय टीम का गठन किया जाएगा
दरअसल हेमंत सरकार के गठन के साथ ही पत्थलगड़ी को लेकर जिस तरह से पूर्व में किए गए मुकदमे को वापस ले लिया गया है. उस लिहाज से बीजेपी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण उरांव का मानना है कि कभी-कभी सरकार के निर्णय लेने का गलत प्रभाव भी पड़ता है. उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि चाईबासा में पत्थलगड़ी के मामले को लेकर जिस तरह से 7 लोगों की हत्या की गई है, उसमें बड़ी ताकत का सपोर्ट है. इस हत्या को अंजाम देने वाले लोगों को यह पता है कि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी. उन्होंने इस हत्याकांड की कड़ी निंदा करते हुए अविलंब दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग सरकार से की है. उन्होंने कहा कि आदिवासी और मूलवासियों की हितैषी बताने वाली गठबंधन सरकार को इस पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए. अरुण उरांव ने कहा कि जल्द एक केंद्रीय टीम का गठन किया जाएगा, जो घटनास्थल जाकर सही आकलन करेगी और सत्यता की जांच करेगी.
अविलंब गिरफ्तार हो अपराधी
वहीं अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार पाहन ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लगातार राज्य से बाहर रहने और मंत्रिमंडल के विस्तार नहीं होने का यह नतीजा है, कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. उसी का परिणाम चाईबासा में 7 लोगों की हत्या है. उन्होंने कहा कि बीजेपी मांग करती है कि राज्य सरकार अविलंब इस नरसंहार में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर प्रदेश में ऐसे अराजक तत्वों और संगठनों पर लगाम लगाने का कार्य करें. साथ ही उन्होंने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए मृतकों के परिवार को 10-10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग राज्य सरकार से की है.