रांचीः हर किसी की ख्वाहिश होती है कि वह अपने 'सपनों का महल' बनाए. इसके लिए लोग फ्लैट खरीद के लिए लोग अक्सर दिवाली की शुभ घड़ी का इंतजार करते हैं पर कोरोना के कारण आए संकट ने 'शुभ सपने' पर ग्रहण लगा दिया है. 7 माह से कोरोना संकट के कारण आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों ने घर की खरीदारी की योजना टाल दी है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि परंपरा के मुताबिक दीपावली पर हर नई शुरुआत शुभ मानी जाती है. घरौंदा बनाने के जिंदगी के सबसे बड़े फैसले के लिए भी लोग धनतेरस और दीपावली का इंतजार करते हैं पर महामारी पर अनिश्चितता से लोग घरों में निवेश करने से बच रहे हैं. पहले के मुकाबले एक चौथाई लोग ही त्योहार पर रजिस्ट्री में रूचि दिखा रहे हैं. लोगों का कहना है कि महामारी के कारण व्यवसाई और नौकरी पर व्यापक असर पड़ा है कई कंपनियों पर कोविड-19 के कारण ताला लटक गया है. ऐसे लोगों को अपनी नौकरी बचाना मुश्किल हो रहा है ऐसे में घर खरीदना इस बार मुश्किल है.
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कारोबारियों को खरीदारों का इंतजार
नवीन दस्तावेज संघ के सदस्य दीपक कुमार साहू का कहना है कि लोग अपने पैसे को रियल एस्टेट में निवेश करने से बच रहे हैं. रांची के रजिस्ट्री ऑफिस में सन्नाटा पसरा हुआ है. पहले दिवाली के सीजन में रोजाना 100 तक रजिस्ट्री होती थी. फिलहाल यह आंकड़ा 50 तक भी नहीं पहुंच रहा है. लालपुर, बरियातू , कांके रोड, पिस्का मोड़, हिनू हटिया सभी इलाकों में बड़े-बड़े अपार्टमेंट में बन रहे हैं पर कारोबारियों को खरीदारों का इंतजार है.
प्रॉपर्टी के दाम घटे
बिल्डर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन रमेश कुमार साहू का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस त्योहार पर फ्लैट की बिक्री 20% ही रह गई है. राजधानी के प्रमुख इलाकों बीआईटी, नामकुम, खेलगांव के पास 2500 रुपये स्क्वायर फिट के फ्लैट 1800 तक में बिक रहे हैं. रांची टाउन, लालपुर, कांके रोड इलाके में 6000 रुपये स्क्वायर फिट वाले फ्लैट पांच हजार की दर से बिक रहे हैं पर लोग खरीदारी में रूचि नहीं दिखा रहे हैं.लालपुर बरियातू कांके रोड पिस्का मोड़ हिनू हटिया सहित सभी इलाकों में बड़े-बड़े अपार्टमेंट में बनना शुरू हो रहा है लेकिन फ्लैट खरीदने को लेकर लोग अधिक रूचि नहीं दिखा रहे हैं.