रांची:गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार की पत्नी प्रीति कुमार को ईडी के द्वारा दूसरा समन जारी किया गया है. इससे पहले तीन जनवरी को प्रीति कुमार को बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने राज्य से बाहर होने का हवाला देते हुए ईडी को पत्र भेजा था और दूसरी तारीख की मांग की थी. जिसके बाद ईडी ने उन्हें दूसरा समन जारी किया.
बीते मंगलवार को प्रीति कुमार ने ईडी को पत्र भेज कर यह बताया है कि वह अपने परिवार के साथ केरल में छुट्टियों पर आई हैं. ऐसे में 6 या 7 जनवरी को रांची लौटेंगी. गौरतलब है कि 28 दिसंबर को ईडी ने प्रीति कुमार को समन भेज कर 3 जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन मंगलवार को ईडी के जांच पदाधिकारी को पत्र भेजकर उन्होंने बताया कि वह केरल में छुट्टियों पर हैं. ईडी ने पहले समन में प्रीति कुमार को 3 जनवरी को दिन के 11 बजे एजेंसी के रांची जोनल ऑफिस में उपस्थिति होने को कहा था.
सीएम और प्रीति कुमार एक ही छापेमारी के बाद आए रडार पर:गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और प्रीति कुमार दोनों ही ईडी के द्वारा की गई एक ही छापेमारी के दौरान एजेंसी के रडार पर आए. एजेंसी ने जमीन घोटाले मामले की जांच के दौरान पिछले साल 13 अप्रैल को बड़गाई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप के घर पर रेड किया था. उस दौरान भानु के घर से एक बड़े बक्से में भारी मात्रा में जमीनों के दस्तावेज मिले थे. रांची डीसी के आदेश पर इस मामले में सदर थाने में एफआईआर भी दर्ज हुई थी.
ईडी को जांच के क्रम में यह जानकारी मिली थी कि कई दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर और कुछ को गायब कर जमीनों की हेरफेर की गई है. इसी मामले की जांच के दौरान एजेंसी को बरियातू फायरिंग रेंज के समीप की आठ एकड़ जमीन और बर्लिन अस्पताल की जमीन की भी जानकारी मिली थी. इस केस में ईडी ने ईसीआईआर दर्ज किया था.
ईडी ने प्रीति कुमार के जमीन से जुड़े बर्लिन अस्पताल का सर्वे पांच दिसंबर को कराया था. इस दौरान एजेंसी ने पाया था कि बूटी मोड़ स्थित बर्लिन अस्पताल में सात कट्ठा अवैध कब्जा है. ईडी ने जांच में पाया है कि बर्लिन अस्पताल का पार्किंग सरकारी जमीन पर बना है. ईडी अब इस पूरे मामले को सरकारी जमीन पर कब्जा का मामला मान रही है. बर्लिन अस्पताल की जमीन राज्य के वरिष्ठ आईएएस अविनाश कुमार की पत्नी प्रीति कुमार के नाम पर है. यह जमीन आईएएस अधिकारी के पिता टीएन ठाकुर और पत्नी प्रीति कुमार के नाम पर खरीदी गई थी. सीएम को भी भेजे गए समन में ईडी ने लिखा है कि भानु प्रताप प्रसाद के यहां छापेमारी के दौरान दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ और बदलाव कर जमीन हड़पने की जानकारी एजेंसी को मिली है, इसी आधार पर ईडी ने सीएम को भी समन करने का जिक्र पत्र में किया था.