रांची: कोरोना महामारी को लेकर राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का साइड इफेक्ट बैंक्वेट हॉल के व्यवसाय पर भी पड़ रहा है. राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत शादी-विवाह के कार्यक्रम में अधिकतम 200 लोग ही शामिल हो पाएंगे, इससे बैंक्वेट हॉल के व्यवसाय पर व्यापक प्रभाव पड़ रहा है.
कोरोना की रफ्तार से बैंक्वेट हॉल संचालकों की बढ़ी परेशानी, कैंसिल हो रही बुकिंग
कोरोना ने एक बार फिर अपनी रफ्तार पकड़ ली है. जिससे लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही है. कोरोना के बढ़ते प्रकोप ने अब फिर बैंक्वेट हॉल के व्यवसाय पर कहर शुरू कर दिया है, जिससे इस व्यवसाय से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ गई है.
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बैंक्वेट हॉल संचालकों की बढ़ी चिंता
जिसके पास वैवाहिक कार्यक्रम के लिए अपनी जगह होती है वो उस स्थान का उपयोग करते हैं, लेकिन जिसके पास पर्याप्त जगह नहीं होते हैं, वो लोग बैंक्वेट हॉल पर निर्भर करते हैं. मौजूदा समय में ज्यादातर लोग 500 से अधिक लोगों को वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं, जबकि सरकार ने 200 लोगों को ही कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत दी है. इस परिस्थिति में जिनकी विवाह तय हो चुकी है, उन्हें और बैंक्वेट हॉल संचालक दोनों की चिंता बढ़ गई है.
बैंक्वेट हॉल की बुकिंग हो रही है कैंसिल
रांची में कुल 83 बैंक्वेट हॉल है, जहां शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त में वैवाहिक कार्यक्रम होते हैं. 22 अप्रैल से विवाह का शुभ मुहूर्त शुरू होने वाला है. इसे लेकर बैंक्वेट हॉल की बुकिंग लोग पहले ही करा चुके हैं, लेकिन जैसे ही सरकार की ओर से नई गाइडलाइन जारी हुई है. लोगों ने बुकिंग कैंसिल कराना शुरू कर दिया है. इस वजह से बैंक्वेट हॉल के संचालक की परेशानी बढ़ गई है. इसको लेकर बैंक्वेट हॉल संचालक ने राज्य सरकार से मांग की है कि कुल कैपेसिटी का 50 फीसदी लोगों को वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत दी जाए, ताकि शादी तय हो चुके लोगों के साथ-साख बैंक्वेट हॉल संचालक और इससे जुड़ें लोगों को राहत मिल सके.