रांची: झारखंड सरकार ने 2017 से पॉलिथीन से उत्पन्न हो रही विभिन्न समस्याओं और पर्यावरण संरक्षण को देखते हुए राज्य में प्लास्टिक इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. लेकिन बावजूद इसके प्लास्टिक या प्लास्टिक से बनी चीजों का इस्तेमाल रुकने का नाम नहीं ले रहा है. इसका ताजा उदाहरण राजधानी रांची के करम टोली तालाब का है, जहां पर आप प्लास्टिक को तैरते हुए देख सकते हैं.
रांची के तालाबों पर मंडरा रहा अस्तिव का खतरा, विभाग ने फेरी नजरें
रांची में प्लास्टिक या प्लास्टिक से बनी चीजों का इस्तेमाल रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. इसकी वजह से करम टोली तालाब बेहद गंदा हो गया है और अपने अस्तित्व से जूझ रहे हैं.
तालाब की स्थिति के बारे में लोगों का कहना है कि इसके लिए आम नागरिक सबसे ज्यादा जिम्मेवार हैं. वहीं दूसरी ओर सरकार का रवैया भी उदासीन है. सरकार केवल नियम बना देती है, लेकिन इस पर सख्ती से कोई कदम नहीं उठाती है. कुछ दिन तक प्लास्टिक पर बैन था लेकिन आप बाजार में हर तरफ देखे तो प्लास्टिक धड़ल्ले से लोग इस्तेमाल कर रहे हैं.
वहीं, लोगों का कहना है कि निगम के द्वारा कानून का डंडा नहीं चलाया जा रहा है इसके अलावा निगम अपना काम सही से कर रहा है. जिसके कारण बाजार में प्लास्टिक और प्लास्टिक का सामान आसानी से मिल जा रहे हैं. सरकार और पर्यावरण विभाग नकारात्मक रवैया के कारण खुलेआम प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है.