रांची: बीजेपी के विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कोलगेट घोटाले में जब्त कोयला के स्टॉक में से लगभग 2,000 टन कोयला गायब होने के मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग को लेकर सीबीआई निदेशक को शुक्रवार पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा है कि झारखंड राज्य के गिरिडीह जिले के तहत ब्रह्महिहा ओपनकास्ट माइंस से जब्त 16,000 टन कोयले में से 2,000 टन कोयला गायब किया गया है जबकि ये माइंस बहुचर्चित कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले की जांच की जद में भी रहा है.
बाबूलाल मरांडी ने CBI निदेशक को लिखा पत्र, जब्त कोयले के गायब स्टॉक की जांच की मांग - Babulal demands investigation into missing coal seized
बाबूलाल मरांडी ने सीबीआई के निदेशक को पत्र लिखा है. पत्र के जरिए उन्होंने कोलगेट घोटाले में जब्त कोयला के स्टॉक में से लगभग 2,000 टन कोयला गायब होने के मामले की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.
ये भी पढ़ें: रामेश्वर उरांव ने राहुल गांधी के बयान का किया समर्थन, कहा- जनतंत्र में विपक्ष की भूमिका अहम, बेखौफ होकर रखें अपनी बात
उन्होंने बताया है कि सीबीआई द्वारा कोलगेट घोटाले की जांच के तहत ही उस माइन से 16,000 टन कोयला को 5 वर्ष पहले जब्त किया गया था. इस माइन से लगातार फर्जी कागजात के सहारे कोयला के उठाव करने की बात सामने आ रही है. लॉकडाउन अवधि से ठीक पहले फरवरी माह में धनबाद की एक कथित कंपनी द्वारा सीबीआई द्वारा जब्त किए गए स्टॉक से कोयला उठाओ का आदेश मिलने की झूठी बात बताकर गलत कागजात दिखाकर 2 दिनों में कई ट्रक कोयला उठाव किया है. पुलिस को इसकी सूचना मिलने के बावजूद लॉकडाउन के दौरान भी कोयला गायब करने का खेल बदस्तूर जारी रहा.
उन्होंने कहा कि इस खेल के पीछे कौन लोग शामिल हैं. यह जांच का विषय है. कोल ब्लॉक आवंटन जैसे बहुचर्चित घोटाला से मामला जुड़ा होने के कारण इसमें बड़े स्तर पर खेल किए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. इसमें कोयला के अवैध कारोबारियों और कुछ स्थानीय राजनीतिज्ञों के नापाक गठजोड़ के तार आपस में जुड़े होने की चर्चा स्थानीय स्तर पर जोरों से है. हालांकि जांच के बाद सारी सच्चाई सामने आ जाएगी.