रांची: बाबूलाल मरांडी ने 22 मार्च को कृषि बिल पर होने वाली चर्चा को असंवैधानिक बताते हुए कहा कि इसपर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि इससे सदन में गलत परंपरा की शुरुआत की जा रही है. जब कृषि कानून बन चुका है और लोकसभा समेत राज्यसभा में उस पर बहस भी हो चुकी है, तो विधानसभा में कृषि बिल पर चर्चा करना कहीं से सही नहीं है. जानबूझकर कांग्रेस पार्टी ये सब कर रही है.
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राहुल गांधी पर साधा निशाना
बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले दिनों में राहुल गांधी ने भी जगह-जगह कृषि कानून को वापस करने की बात कही है. कांग्रेस पार्टी के 2019 वाले घोषणा पत्र में भी साफ कहा गया था कि कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो बाजार समिति को रिफिल करेंगे. मतलब कि उसे हटा देंगे. लेकिन वर्तमान में जो कानून बने हैं, उसमें यह साफ है कि बाजार समिति नहीं हटाया जाएगा. बाजार समिति, मंडी भी रहेगी और किसानों को अतिरिक्त और सुविधा उपलब्ध कराया जाएगा. जहां किसानों को उचित दाम मिलेगा वो वहां अपने उत्पाद को बेच सकेंगे. इतने के बाद भी कांग्रेस पार्टी विधानसभा में चर्चा करना चाहती है, जिसका कोई कोई मतलब नहीं है. ऐसे में कहीं न कहीं कांग्रेस दुष्प्रचार कर रही है और झूठ बोलने का काम कर रही है.