गिरिडीह: भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सरकार को विफल बताया है. उन्होंने कहा कि झारखंड में विधि व्यवस्था पूरी तरह फेल है. हालात राज्य अलग होने के पहले जैसे हो गए हैं. अपराधियों का मनबोल बढ़ गया है. सरकार विकास की योजनाओं को भी पटल पर लाने में विफल साबित हो रही है. सरकार बेहतर काम नहीं करती है तो इस सरकार को धक्का मारकर गिरा दिया जायेगा.
ऑपरेशन लोटस सिर्फ काल्पनिक बातें
झारखंड में ऑपरेशन लोटस के सवाल पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यह सब कोरी कल्पना है. उन्होंने कहा कि सरकार काम नहीं करेगी तो जन दबाव पैदा किया जायेगा.
हेमंत सोरेन के दबाव में हैं विधानसभा अध्यक्ष
नेता प्रतिपक्ष के मामले पर बाबूलाल ने कहा कि हेमंत सोरेन और जेएमएम के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगस्त 2020 में विधानसभा अध्यक्ष ने नोटिस दिया था. हम हाई कोर्ट गए और कोर्ट ने भी विधानसभा अध्यक्ष को कहा कि आपने गलत किया है. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट गए. सुप्रीम कोर्ट ने विधानसभा अध्यक्ष को हाई कोर्ट जाने को कहा. यहां कपिल सिब्बल ने विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से बहस की और केस को वापस लिया.
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विधानसभा अध्यक्ष को लगा कि यह मामला वे आगे नहीं ले सकते हैं तो 16 जनवरी को ही सदस्यता समाप्त करने को लेकर धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव और गुमला विधायक भूषण तिर्की से आवेदन करवाया. इसके बाद फिर महगामा की विधायक दीपिका पांडेय से शिकायत कराई. इस पूरे प्रकरण को देखकर यह साफ पता चलता है कि विधानसभा अध्यक्ष की मंशा क्या है.