रांचीः इन दिनों कोरोना वायरस शब्द सबकी जुबान पर चढ़ा हुआ है. किसी के छींकने पर भी लोग चौक जा रहे हैं. लेकिन योग गुरु बाबा रामदेव के मुताबिक कोरोना वायरस से भारतीयों को घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत की 30% आबादी जो एनआरआई या विदेशियों के संपर्क में है. सिर्फ उन्हें एहतियात बरतने की जरूरत है. बाबा रामदेव ने कहा कि योग में कुछ ऐसे आसन है जिसे करने से कोरोना वायरस बाल बांका भी नहीं कर पाएगा. उन्होंने गिलोय, तुलसी और अदरक के सेवन पर बल दिया.
देखें बाबा रामदेव की प्रेस कॉन्फ्रेंस ईटीवी भारत ने बाबा रामदेव से पूछे 3 सवाल
1. अगर योग और भारत की चिकित्सा पद्धति में ऐसी ताकत है तो फिर आपने चीनी सरकार से वहां जाने की इच्छा क्यों नहीं जताई ?
इसके जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि वह अपनी मंशा प्रकट कर चुके हैं और अगर चीन सरकार सहमति दे तो वह अपने कुछ आचार्यों को वहां भेजेंगे जो योग क्रियाएं लोगों को सिखाएंगे साथ ही आयुर्वेद के कुछ नुस्खे देंगे.
2. कोरोना के कारण प्रधानमंत्री ने भीड़-भाड़ से बचने की अपील की है इसकी वजह से होली के त्यौहार पर क्या असर पड़ेगा ?
इसके जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि दिल खोलकर होली खेलिए. इससे भारतीयों को घबराने की जरूरत नहीं है. सिर्फ वैसे लोगों के संपर्क में आने से परहेज करना है जो प्रभावित देशों से यहां आए हैं.
3. क्या मांसाहारीयों को नॉनवेज खाने से परहेज करना चाहिए ?
इसके जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना वायरस ना हवा के जरिए आ सकता है ना पानी के जरिए लेकिन पशुओं में इसके होने की संभावना बनी रहती है. इसलिए एहतियात के तौर पर कुछ दिनों तक लोगों को नॉनवेज से परहेज करना चाहिए इस बहाने पशु-पक्षी भी कुछ दिन तक महफूज रहेंगे.
और पढ़ें- हर मस्जिद, मदरसा के साथ हर मंदिर और वैदिक स्कूलों में पड़े छापा, पता चल जाएगा कहां टूटता है कानूनः बाबा रामदेव
देश को हिंदू-मुस्लिम में ना बांटे
सीएएए के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन और खासकर दिल्ली के शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन से जुड़े सवाल पर बाबा रामदेव ने कहा कि चंद लोग खाई पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. देश न तो बाइबल से चलता है. ना कुरान से और न तो वेद से चलता है. यहां संविधान चलता है. इस देश में रहने वाले किसी भी इंसान को घबराने की जरूरत नहीं है. ना इस्लाम खतरे में है ना हिंदू और ना ही हिंदुस्तान खतरे में है. बल्कि कुछ लोग खतरे में है वही लोग समाज के भीतर गलत विचार डालने की कोशिश कर रहे हैं.