रांची: आरयू में संचालित B.Ed के सत्र 2018- 20 के विद्यार्थियों के मार्कशीट बारकोड एक ही छात्र के नाम से जारी कर दिए गए हैं. इससे विद्यार्थियों की परेशानियां बढ़ गई है. रांची विश्वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की ये बड़ी लापरवाहा सामने आयी है. इसे लेकर विश्वविद्यालय के वीसी की ओर से पूरे मामले की जांच करने का निर्देश दिया है.
इसे भी पढ़ें- HC: दिल्ली में कोरोना के मामले पर आज होगी सुनवाई
वीसी ने दिए जांच के आदेश
रांची विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने 27 बीएड कॉलेजों के 2700 छात्र-छात्राओं की मार्कशीट बारकोड एक ही छात्र के नाम जारी कर दिया है. इस पूरे मामले को लेकर विश्वविद्यालय के वीसी रमेश कुमार पांडे, परीक्षा विभाग से खासा नाराज हैं. उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही तमाम B.Ed कॉलेजों से मार्कशीट सरेंडर करने का आदेश भी जारी किया गया है. ताकि बारकोड में सुधार किया जा सके और विद्यार्थियों को सही मार्कशीट मिल सके .
तकनीकी गड़बड़ी के कारण हुई गलती
इस पूरे मामले को लेकर परीक्षा नियंत्रक से जब बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि यह मानवीय भूल नहीं है. प्रोग्रामिंग के कारण तकनीकी परेशानी आई है. जिस वजह से इतनी बड़ी गड़बड़ी हो गई है. अधिकतर बीएड कॉलेजों से अंकपत्र मांगा गया है. अंकपत्र विश्वविद्यालय के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट को प्राप्त होते ही सब सुधार लिया जाएगा.
कुलपति के पास अश्लीलता की शिकायत
रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे के पास आईएमएस के फैकल्टी पर एक छात्रा के साथ अश्लील हरकत किए जाने की शिकायत आई है. विश्वविद्यालय प्रबंधन ने फैकल्टी पर कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया है. मामला फिलहाल पुलिस के पास है और पूरे मामले की जांच पुलिस कर रही है. जानकारी के मुताबिक छात्रा ने फैकल्टी पर मोबाइल पर अश्लील बात करने का आरोप लगाया है.
अनुपस्थिति पर शिक्षक के वेतन में कटौती
शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने समीक्षा के दौरान शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर कार्रवाई का आदेश दिया है. कोरोना महामारी के दौरान राज्य के तमाम सरकारी सहायता प्राप्त अल्पसंख्यक सहित जैक से संबंधित सभी स्कूलों के शिक्षकों को अनिवार्य रूप से स्कूलों में उपस्थिति अनिवार्य था. लेकिन 24035 शिक्षकों में सिर्फ 9420 शिक्षक उपस्थित रहे. अनुपस्थित शिक्षकों को दिसंबर का वेतन नहीं दिए जाने को लेकर निर्देश जारी हुआ है. जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है.