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मोटर व्हीकल एक्ट से ही नहीं सुधरेगी ट्रैफिक व्यवस्था, पार्किंग और जागरूकता कार्यक्रम भी है जरूरी

रांची में संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट को कड़ाई से लागू तो कर दिया गया, लेकिन अब भी पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से पैदल चलने वाले लोगों को काफी असुविधा हो रही है. जाम की स्थिति आए दिन बन जाती है, जिससे यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो जाती है. सरकार से जनता इस ओर विशेष ध्यान देने की मांग कर रही है.

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Published : Sep 7, 2019, 5:10 PM IST

व्यस्त सड़क की स्थिति

रांचीः राजधानी में संशोधित मोटर व्हीकल एक्ट को कड़ाई के साथ लागू किया गया है. लाखों रुपए के चालान काटे भी गए, लेकिन अब जनता सड़क पर चलने वालों के लिए भी सुविधा दिए जाने की मांग कर रही है. हालांकि राजधानी के कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां पर सड़क के अतिक्रमण की वजह से जाम की भी समस्या सामने आती है. वैसे इलाकों में इस संशोधित एक्ट का कुछ खास असर नहीं दिख रहा है. सड़क का अतिक्रमण बदस्तूर जारी है.

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मुख्य सड़कों पर खड़ी गाड़ियों से हो रहा सड़क जाम

राजधानी स्थित राजभवन के चारों ओर की सड़कें, नागा बाबा खटाल के पास से गुजरने वाली सड़क और अल्बर्ट एक्का चौक से संत जेवियर कॉलेज जाने वाली सड़कों में ऑटो और बाइक का अतिक्रमण साफ देखा जा सकता है. जहां संशोधित एक्ट का भी कोई असर नहीं दिख रहा है. हालांकि चालान की राशि बढ़ने के बाद गाड़ियों की संख्या जरूर कम हुई है. लेकिन सड़क पर पार्किंग पहले की तरह ही किया जा रहे है. जिससे जाम की समस्या भी बनी रहती है.

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पार्किंग की व्यवस्था सबसे अहम

वहीं, स्थानीय लोगों का मानना है कि जिस तरह से मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन किया गया है. उसी तरह से आम लोगों को शहर में सुविधाएं भी मुहैया करानी चाहिए. जिसके लिए पार्किंग की व्यवस्था सबसे ज्यादा अहम है. जबकि कई स्थानीय लोगों में खौफ के साथ-साथ आक्रोश भी है, वजह सरकार के फरमान के बाद सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है.

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ट्रैफिक नियम को लेकर लोगों में नहीं है जागरुकता

लोगों का मानना है कि जिस तरीके से कई गुना फाइन की राशि बढ़ाई गई है. उसी तरीके से अवेयरनेस प्रोग्राम भी चलना चाहिए था. व्यस्ततम सड़कों पर से अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए. जिससे लोगों को असुविधा न हो और जाम का सामना न करना पड़े. इसके बाद ही कड़ाई से नियम को लागू किया जाना चाहिए था, लेकिन आनन-फानन में जिस तरह से नियम को कड़ाई से लागू किया गया है. चालान की कई गुना राशि वसूली जा रही है. वह कहीं से सही नहीं है.

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