रांची: झारखंड प्रदेश डीजल ऑटो चालक महासंघ ने राजधानी में वर्तमान ऑटो भाड़ा लिस्ट को फर्जी बताया है. इस बारे में ऑटो चालक महासंघ के संस्थापक दिनेश सोनी, प्रदेश अध्यक्ष रामकुमार सिंह, रांची महानगर ई-रिक्शा चालक यूनियन के संरक्षक नंदन सिंह और अध्यक्ष विकास श्रीवास्तव ने संयुक्त बयान जारी कर बताया है कि रांची जिला ऑटो चालक यूनियन के नाम से जो भाड़ा लिस्ट जारी किया गया है वह फर्जी है. वह भाड़ा लिस्ट को महासंघ खंडन करता है.
यात्रियों के हित में नहीं है भाड़ा
उन्होंने कहा कि यह भाड़ा न तो यात्री और न ही चालक के हित में है. सिर्फ और सिर्फ वह अपने 25 से 30 ऑटो मालिक है. वह चाह रहे हैं कि 2 महीने में लॉकडाउन के कारण जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई हो. जिसके कारण वे यह काम कर रहे हैं और फर्जी यूनियन वाले लोग यातायात एसपी को बदनाम करने कर रहे हैं.
फर्जी लोगों के ऊपर की जायेगी कानूनी कार्रवाई
उन्होंने बताया कि भाड़ा तय करने से यातायात विभाग का कोई मतलब नहीं होता है. तो फिर यातायात विभाग किस अधिकार से स्वीकृति देगा. उन्होंने कहा कि इस विषय पर महासंघ के पदाधिकारी यातायात एसपी से मुलाकात कर फर्जी लोगों के ऊपर कानूनी कार्रवाई करने की मांग करेगा.