रांची:एटीएस की टीम अब झारखंड में संगठित आपराधिक गिरोहों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी. एटीएस को बेहतर और सशक्त बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को प्रस्ताव भेजा है. अब तक एटीएस की ओर से आतंकी गतिविधियों में सूचना जूटाने, अभियान चलाने की जिम्मेदारी थी.
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क्या है पूरा मामला
बता दें कि पुलिस मुख्यालय ने एटीएस के बेहतर इस्तेमाल की योजना बनाई है. इस योजना के तहत अब राज्य में एटीएस कहीं भी संगठित आपराधिक गिरोह के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है, साथ ही संबंधित जिलों के कार्यक्षेत्र से अलग स्वयं एटीएस थाने में एफआईआर दर्ज कर सकती है. अब तक एटीएस की ओर से आतंकी गतिविधियों में सूचना जूटाने, अभियान चलाने की जिम्मेदारी थी. नक्सली कांडों का भी अनुसंधान एटीएस की ओर से किया जाता था, लेकिन संगठित गिरोहों की बढ़ती गतिविधि और एक जिले से दूसरे जिले में गिरोह चलाने, थानों की सीमा बाध्यता के कारण कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था. ऐसे में अब एटीएस का इस्तेमाल संगठित गिरोहों के खिलाफ होगा.
एटीएस थाने का कार्यक्षेत्र समूचा राज्य
एटीएस का कार्यक्षेत्र अब पूरा राज्य होगा. एटीएस कहीं भी छापेमारी या अभियान चलाकर अपने एकमात्र थाने में एफआईआर दर्ज कर सकता है. अब एटीएस की ओर से की गई कार्रवाई में दूसरे थानों में मामला दर्ज कराने के बजाय अपने थाने में ही प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
कई संगठित आपराधिक गिरोह पुलिस के लिए मुसीबत