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6 महीने में ही दम तोड़ती दिख रही है राजधानी की अटल मोहल्ला क्लिनिक, नई सरकार से कई उम्मीदें - झारखंड का आज का समाचार

16 अगस्त 2019 को रांची सहित पूरे राज्य में 25 अटल मोहल्ला क्लिनिक की शुरुआत की गई थी, ताकि प्राथमिक उपचार के लिए मोहल्ले के लोगों को ज्यादा दूर ना जाना पड़े, लेकिन अटल मोहल्ला क्लीनिक पहुंचने पर लोगों को वह सुविधा नहीं मिल पा रही है, जिस उम्मीद से अटल मोहल्ला क्लिनिक की शुरुआत की गई थी.

atal mohalla clinic of jharkhand
Atal Mohalla Clinic of jharkhand is dying

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Published : Feb 7, 2020, 12:24 PM IST

रांची: 16 अगस्त 2019 को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की ओर से राजधानी सहित पूरे राज्य में 25 अटल मोहल्ला क्लिनिक की शुरुआत की गई थी, जिसमें से चार अटल मोहल्ला को संचालित किया जा रहा है, जिसमें मोराबादी के एदलहातु, हटिया के कल्याणपुर, नामकुंब के समलोंग और कांटाटोली के बिरसा मुंडा टर्मिनल पर बनाई गई.

6 महीने में ही दम तोड़ती दिख रही है राजधानी की अटल मुहल्ला क्लिनिक

मोहल्ला क्लिनिक की शुरुआत
ईटीवी भारत की टीम ने कांटा टोली के बिरसा मुंडा टर्मिनल स्थित अटल मोहल्ला क्लीनिक का जब जायजा लिया तो वहां पर डॉक्टर और नर्स तो मौजूद थे, लेकिन मरीजों की संख्या ना के बराबर थी. अटल मोहल्ला क्लिनिक की शुरुआत मोहल्ला स्तर पर की गई थी, ताकि प्राथमिक उपचार के लिए मोहल्ले के लोगों को ज्यादा दूर ना जाना पड़े, लेकिन अटल मोहल्ला क्लीनिक पहुंचने पर लोगों को वह सुविधा नहीं मिल पा रही है, जिस उम्मीद से अटल मोहल्ला क्लिनिक की शुरुआत की गई थी.

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क्लीनिक में मरीजों की संख्या
कांटा टोली के बिरसा मुंडा बस टर्मिनल में स्थित अटल मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टर नीरज सांगा ने बताया कि शुरुआत के दिनों में इस क्लीनिक में मरीजों की संख्या होती थी, लेकिन धीरे-धीरे मरीजों की संख्या कम होने लगी. वही व्यवस्था को बढ़ाने का दावा भी किया गया था, लेकिन अभी तक व्यवस्था जस की तस है. इस वजह से लोगों का विश्वास भी इस पर कम होता दिख रहा है.

बुनियादी सुविधाओं की कमी
दूसरी ओर अटल मोहल्ला क्लिनिक में रिटायर्ड डॉक्टर की नियुक्ति की गई है, जिनका वेतनमान भी काफी कम है. वेतनमान कम होने की वजह से नए और बड़े डॉक्टर अटल मोहल्ला क्लिनिक में जाना पसंद नहीं कर रहे हैं. हमारी टीम ने जब और भी जानकारी लेने का प्रयास किया तो पता चला कि तीन नर्सेज और एक डॉक्टर के साथ यह क्लीनिक खुल तो गया है, लेकिन इसमें अभी भी कई बुनियादी सुविधाओं की कमी है. जैसे प्राथमिक उपचार के लिए उपकरण और अत्याधुनिक सामानों की वृद्धि सहित कई चीजों की कमी देखी गई है.

स्वास्थ्य सुविधा का लाभ
अटल मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत 15 हजार आबादी के आधार पर निर्माण करने कि बात कही गई थी, ताकि मोहल्ले में रह रही कम आबादी को सहुलियत के साथ स्वास्थ्य सुविधा मिल सके, लेकिन फिलहाल अटल मोहल्ला क्लिनिक की स्थिति से ही लगता है कि चंद लोग भी इस स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि जब तक डॉक्टरों की कमी को पूरा नहीं कर लिया जाएगा तब तक अटल मोहल्ला को संचालित नहीं किया जा सकता है. फिलहाल, अटल मोहल्ला क्लीनिक को लेकर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा सकती.

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