रांची: शहर के नामकुम थाना (Namkum Police Station) क्षेत्र के स्वर्ण रेखा गार्डन में रहने वाले संतोष कुमार का पत्नी डॉक्टर अंबिका सिंह से पारिवारिक विवाद चल रहा था. इस मामले को लेकर संतोष की पत्नी अंबिका सिंह ने नामकुम थाना में मामला दर्ज करवाया था. कुछ दिनों बाद पति-पत्नी ने आपस में समझौता कर लिया और संबंधित शपथ पत्र न्यायालय को सौंप दिया. उसके बाद भी जमादार रविंद्र राम कांड- दैनिकी समर्पित करने के नाम पर संतोष से पैसे मांग रहे थे. संतोष ने इस मामले की सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम को दी, जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रणनीति बनाकर जमादार को घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.
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क्या है पूरा मामला
संतोष कुमार का उसकी पत्नी अंबिका सिंह से विवाद चल रहा था. इस मामले को लेकर अंबिका सिंह ने रांची के नामकुम थाने में धारा 498 ए के तहत मामला दर्ज करवाया था, लेकिन बाद में दोनों ने आपस में समझौता कर विवाद सुलझा लिया और समझौते से संबंधित पत्र न्यायालय को समर्पित कर दिया, लेकिन पति-पत्नी के बीच समझौता हो जाने के बाद भी जमादार रविंद्र राम मामले में कांड- दैनिकी समर्पित करने के नाम पर संतोष से पैसे की मांग कर रहे थे. रविंद्र राम लगातार संतोष कुमार को यह धमकी दे रहे थे, कि अगर उन्हें पैसे नहीं मिले तो वह उनके विरुद्ध कांड दैनिकी अदालत में समर्पित कर देंगे.
संतोष ने एंटी करप्शन ब्यूरो में की शिकायत
रविंद्र राम संतोष को लगातार परेशान कर रहे थे, जिससे तंग होकर संतोष ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में की. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जब मामले का सत्यापन किया तो वह सत्य पाया गया, जिसके बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाया और संतोष को 5 हजार रुपये रिश्वत देने के लिए भेजा. पैसे लेने के दौरान ही नजदीक में ही खड़े एंटी करप्शन ब्यूरो टीम के अधिकारियों ने रविंद्र राम को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.