रांची: नवरात्रि में आठवें दिन माता के महागौरी स्वरूप की पूजा का विधान है. जैसा कि नाम से ही प्रतीत है. इनका रूप पूरी तरह गौर वर्ण का है. इनको उपमा, शंख, चंद्र और कुंद के फूल से दी गई है. इनकी आयु 8 साल की मानी गई है.
इनके सभी आभूषण और वस्त्र सफेद हैं, इसलिए उन्हें श्वेतांबरधरा भी कहा जाता है. इनकी चार भुजाएं और वाहन वृषभ है. इन्हें वृषारूढ़ा के नाम से भी जाना जाता है. आज अष्टमी पूजा के मौके पर रांची के तमाम मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना हुई.