रांचीः राजधानी के जैप-1 में मां दुर्गा की अनोखे ढंग से पूजा करते हैं. सालों से यहां शक्ति के उपासक गोरखा समाज देश और राज्य के दुश्मनों से लोहा लेने के लिए हथियार की पूजा करते हैं. सभी मां दुर्गे से शक्ति का वरदान मांगते हैं. जिससे कि जब वह दुश्मनों के खिलाफ लड़ाई लड़े तो जीत हासिल कर सके. नवरात्र के नवमी के दिन जहां 9 कन्याओं की पूजा जैप में की जाती है, तो वहीं हथियार की भी पारंपरिक तरीके से पूजा-अर्चना की जाती है.
मां दुर्गा को खुश करने के लिए होती है फायरिंग
हथियारों की पूजा के दौरान शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा को खुश करने के लिए कई राउंड फायरिंग के साथ जैप वन के जवान सलामी देते हैं. वहीं, बलि दी जाती है. इस अवसर पर जैप के जवान मां के चरणों में 101 बलि भी देते हैं. हर बलि के बाद मां को फायरिंग कर सलामी दी जाती है. जैप के इस बटालियन में बलि और हथियारों की पूजा की खास मान्यता है. सालों से महानवमी के दिन जवान अपने हथियार को मां दुर्गा के चरणों में रखकर विधि-विधान से पूजा करते आ रहे हैं. आज भी यह परंपरा जारी रखी गई है.