रांचीः क्रिसमस को लेकर आर्चबिशप ने संदेश दिया है. उन्होंने कहा है कि इस बार गरीबों के साथ क्रिसमस मनाया जाएगा. राजधानी में फेलिक्स टोप्पो और थोओडर मसकरेनस क्रिश्चियन ने प्रेस वार्ता कर क्रिश्चियन धर्मलंबियों महाधर्मप्रांतीय एवं धर्मसंघी पुरोहितों को लेकर संदेश जारी किया है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के समय में सरकार के साथ मिलकर कई सारे कार्य भी किए गए हैं. 20 हजार से अधिक लोगों को भोजन कराने का काम किया गया है. वहीं रिक्शा चालकों को 15 दिन का राशन भी दिया गया है, इसके अलावा 15 हजार प्रवासी मजदूरों को जरूरत के सामान दिए गए हैं. सामूहिक किचन से भी इस बाहर स्थित महामारी में लोगों को भोजन कराने का कार्य किया गया है. उसी तरह इस बार भी क्रिश्चियन धर्म कि लोगों को यह सूचना दिया गया है कि इस बार एक और गुलदस्ता लाने की वजह में उस पैसे का इस्तेमाल गरीब लोगों की मदद करने में करें और यह क्रिसमस पूरी तरह से गरीबों की सेवा और प्रार्थना में बीतेगी.
क्रिसमस को लेकर आर्चबिशप ने दिया संदेश कोविड-19 के गाइडलाइंस का होगा पालन
क्रिसमस को लेकर गिरजाघर में गिरजाघर के साथ-साथ 24 दिसंबर की रात ऑनलाइन ब्रॉडकास्टिंग पवित्र मिस्सा जारी की जाएगी. कोविड-19 के मद्देनजर सरकार की गाइडलाइन के अनुसार चर्च में 200 व्यक्तियों की आने की इजाजत है. अगर पंडाल बना कर आयोजन किया जाता है तो 300 लोग आ सकते हैं. इसलिए अलग-अलग दोनों को अलग-अलग टाइम में बुलाकर पवित्र मिस्सा कराया जा रहा है. यह वर्ष क्रिसमस मनाने को लेकर उत्साह भी देखने को मिल रहा है. इसको लेकर 1 महीने से तैयारी चल रही है. लेकिन कोविड-19 के मद्देनजर क्रिसमस थोड़ा अलग होगा क्योंकि महामारी के कारण सबसे अधिक गरीब, दलित, पिछड़ों को परेशानी हुई है.
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जेल में बंद कैदियों से करेंगे मुलाकात
फादर थोओडर मसकरेनस ने बताया कि जेल में बंद 3000 कैदियों से आर्चबिशप मुलाकात करने पहुंचेंगे. क्योंकि बहुत सारे ऐसे कैदी हैं जो बेकसूर हैं और जिन पर फैसला होना है. निश्चित रूप से ईश्वर उन पर फैसला करेगी. क्योंकि कई लोग ऐसे होते हैं जो बेगुनाह होते हैं. वहीं बताया गया कि 25 दिसंबर को आर्चबिशप हाउस में रिक्शा चालकों को 12:00 से 1:00 भोजन कराया जाएगा. इस क्रिसमस को गरीबों के बीच मना कर यादगार किया जाएगा. क्योंकि मनुष्य ईश्वर की संतान हैं और ईश्वर अपने सभी संतानों से प्रेम करते हैं.