रांची:राजधानी रांची सहित आसपास के जिलों में हाल के दिनों में एक्सटॉर्शन के मामले बढ़े हैं. सबसे चिंताजनक बात यह है कि रांची में रहने वाले कारोबारी को अगर रांची से बाहर धमकी मिल रही है तो उसकी सूचना रांची पुलिस के पास नहीं रहती है. ऐसे में पुलिस के द्वारा रांची में वैसे लोगों को सुरक्षा उपलब्ध करवा पाना मुश्किल भरा काम रहता है. इस तरह के मामलों में सुरक्षा में चूक होती है जिसकी वजह से हाल के दोनों कई कारोबारियों पर हमले हुए, जिसमें कुछ की मौत तक हो गई. ऐसे मामलों पर ब्रेक लगाने के लिए पुलिस के द्वारा प्रयास शुरू कर दिया गया है.
रांची डीआईजी अनूप बिरथरे ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को चतरा में धमकी मिल रही है और वहां के किसी थाने में उसके द्वारा मामला दर्ज करवाया गया है और वह व्यक्ति अगर रांची का रहने वाला हो, तो चतरा पुलिस की यह जिम्मेदारी होगी कि वह रांची पुलिस को भी इस मामले की पूरी जानकारी दें. ताकि रांची में स्थानीय थाने को अलर्ट किया जा सके.
एंटी एक्सटॉर्शन स्क्वाड का गठन:वहीं दूसरी तरफ राजधानी रांची में एक्सटॉर्शन की बढ़ती वारदातों पर ब्रेक लगाने के लिए एंटी एक्सटॉर्शन स्क्वाड का गठन किया गया है. पुलिस आदेश में यह बताया गया है कि विगत कुछ दिनों से यह देखा जा रहा है कि आए दिन अज्ञात अपराधियों के द्वारा व्हाट्सएप से वीडियो कॉल, मोबाइल कॉल, मैसेज तथा पत्र के माध्यम से किसी बड़े अपराधी और सक्रिय उग्रवादी के नाम पर जमीन कारोबारी, कोयला कारोबारी तथा अन्य से रंगदारी मांगी जा रही है. रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी और जानलेवा हमले तक किए जा रहे हैं. ऐसे में राजधानी में ऐसे मामलों में लिप्त अपराधियों को चिन्हित कर गिरफ्तार के लिए एक एंटी एक्सटॉर्शन स्क्वाड का गठन किया जाता है.
सिटी डीएसपी करेंगे टीम को लीड:एंटी एक्सटॉर्शन स्क्वाड को रांची के सिटी एसपी दीपक कुमार लीड करेंगे. वहीं, टीम के बाकी सदस्यों में डोरंडा थाना प्रभारी आनंद किशोर प्रसाद, अरगोड़ा थाना प्रभारी बृज कुमार, सुखदेव नगर थाना प्रभारी विनोद कुमार, रातू थाना प्रभारी आभाष कुमार, रातू थाना प्रभारी सपन कुमार महता के साथ साथ एसएसपी क्यूआरटी और टेक्निकल सेल के अफसरों और जवानों को शामिल किया गया है.